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बुलडोजर से तोड़ा गया 300 साल पुराना मंदिर, विश्व हिंदू परिषद ने दी ये चेतावनी

jantaserishta.com
23 April 2022 2:38 AM GMT
बुलडोजर से तोड़ा गया 300 साल पुराना मंदिर, विश्व हिंदू परिषद ने दी ये चेतावनी
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जयपुर: विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने राजस्थान में 3 मंदिरों को तोड़े जाने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवान को इस तरह से अपमानित करने पर राज्य के लोग कांग्रेस पार्टी की अंतिम यात्रा निकालेंगे. एक वीडियो संदेश में संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि राजस्थान के अलवर जिले में मंदिर के विध्वंस ने कांग्रेस के चरित्र को उजागर कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता जेहादियों के लिए आंसू बहाते हैं.

विहिप नेता ने कहा, "जिस दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के जुलूस पर दंगाइयों ने हमला किया, उसके अगले ही दिन कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में 300 साल पुराने मंदिर को गिरा दिया." उन्होंने राजस्थान में मंदिर विध्वंस पर एक शब्द नहीं कहने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख अनिल कुमार पर निशाना साधा.
विहिप के नेता ने कहा कि जब दंगाइयों के घरों और संपत्तियों पर बुलडोजर चलाए जाते हैं, तो कांग्रेस के राजकुमार विदेश से ट्वीट करते हैं और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख दंगाइयों से मिलने जाते हैं लेकिन वे राजस्थान में इस 300 साल पुराने मंदिर के विध्वंस पर एक शब्द नहीं कहते हैं.
बंसल ने कहा, "हिंदू समाज इसे और बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्हें यह समझना चाहिए कि राजस्थान के लोग भगवान का अपमान करने के लिए उनकी अंतिम यात्रा निकालेंगे. बता दें कि अलवर जिले के राजगढ़ में एक अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान 3 मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया था, जिससे राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा शुक्रवार को आमने-सामने आ गई है.
अलवर के भाजपा सांसद बालकनाथ ने आरोप लगाया कि इस सप्ताह के शुरुआत में एक मंदिर की मूर्तियों को भी तोड़ा गया. मूर्तियों को क्षतिग्रस्त होने का दावा करते हुए अलवर के सांसद बालकनाथ ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर लोगों की भावनाओं को आहत करने और एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए काम करने का आरोप लगाया.
वहीं राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने भाजपा को दोषी ठहराया और कहा कि राज्य सरकार मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा की अध्यक्षता वाले राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड ने विध्वंस को मंजूरी दी थी उन्होंने मूर्तियों या मंदिरों के गर्भगृह को किसी भी तरह के नुकसान से इनकार किया. बता दें कि रविवार और सोमवार को दो मंदिरों और कुछ दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया था. अधिकारियों ने कार्रवाई को शहर में एक सड़क को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान का हिस्सा बताया था.
अलवर कलेक्टर नकाटे शिवप्रसाद मदन ने कहा कि अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव नगर पालिका बोर्ड द्वारा पारित किया गया था और पुलिस की मौजूदगी में स्थानीय प्रशासन के निर्णय के अनुसार कार्रवाई की गई थी. कलेक्टर ने कहा कि अध्यक्ष की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक में अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था. कार्यकारी अधिकारी ने इसके बाद नोटिस जारी किया और फिर अतिक्रमण हटाया गया.
राजगढ़ एसडीएम केशव मीणा ने कहा कि एक मंदिर को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया था लेकिन मंदिरों के मालिकों ने मूर्तियों को हटा दिया था. उन्होंने कहा कि दूसरे मंदिर को आंशिक रूप से तोड़ा गया लेकिन उसका गर्भगृह सुरक्षित है. उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान में सड़क का एक किलोमीटर का हिस्सा 50 से 54 फीट चौड़ा है, लेकिन अतिक्रमण के कारण इसे वर्तमान में घटाकर 25-28 फीट कर दिया गया है. आधी सड़क से पहले अतिक्रमण हटा लिया गया था और शेष अतिक्रमण रविवार और सोमवार को ध्वस्त कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि अन्य अतिक्रमण मुख्य रूप से दुकानों के कारण हुए हैं.
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर विध्वंस के पीछे होने का आरोप लगाया. राज्य कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह निर्णय भगवा पार्टी की अध्यक्षता में शहर की नगर पालिका द्वारा किया गया था. उधर, भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी मल मीणा शुक्रवार को राजगढ़ पहुंचे और वहां के एक थाने के सामने धरने पर बैठ गए और विध्वंस का विरोध किया.
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष पूनिया ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर वीडियो में 300 साल पुराने शिव मंदिर को ध्वस्त करते हुए एक बुलडोजर दिखाया गया है. उन्होंने दावा किया कि ये कार्रवाई राज्य सरकार के इशारे पर की गई थी. वहीं, विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौर ने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा पर मामले में शामिल होने का आरोप लगाया.
उधर, भाजपा के आरोपों को नकारने के लिए शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि जब ढांचों को तोड़ा गया तो किसी ने इसका विरोध नहीं किया. और अब जानबूझकर सांप्रदायिक माहौल बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार मामले की जांच कर रही है और रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने ये भी कहा कि राजगढ़ नगर पालिका में भाजपा बोर्ड की बैठक में अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया. अब कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं.
पूनिया के आरोपों को खारिज करते हुए पीसीसी प्रमुख डोटासरा ने भाजपा पर लोगों को गुमराह करने और धर्म पर राजनीति का खेल खेलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'भाजपा और आरएसएस की आदत है कि वे बुरे काम करते हैं और सांप्रदायिक उन्माद फैलाते हैं. एक मंदिर निजी था लेकिन उसकी मूर्तियों को हटा दिया गया था. दूसरा मंदिर आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया गया था लेकिन इसका गर्भगृह सुरक्षित है."

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