
ऑफिस में मीटिंग एक डेली रूटीन का हिस्सा है। यहां मॉर्निंग की शुरुआत ही मीटिंग से होती हैं। इस दौरान आज के दिन भर में क्या करना है। अपकमिंग डेज के लिए प्लानिंग क्या है। स्पेशल क्या है। गोल्स क्या हैं। किसी प्रॉब्लम के लिए एक्शन प्लान क्या होगा। इस तरह के कई अन्य सभी मुद्दों पर बातचीत होती है। कई बार तो दिन शुरू होने के साथ शुरू होने वाली यह बैठक दिन भर में कई बार भी आयोजित की जाती है। ऐसे में, आज हम आपको इससे जुड़े ही कुछ टिप्स देने जा रहे हैं, जिससे आप न केवल बेहतर तरीके से खुद को इस दौरान प्रेजेंट कर सके, बल्कि आपकी कही हुई बातों सभी फोकस भी रहें और यह ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्टिव भी रहे। आइए डालते हैं एक नजर।
स्टार्ट ऑन टाइम और एंड ऑन टाइम
सबसे पहला नियम तो यह है कि समय पर पहुंचे। अगर आपकी मीटिंग 10 बजे पर होनी है तो कोशिश करें कि कम से 5 से 7 मिनट पहले ही कॉन्फ्रेंस हॉल में पहुंचे। इससे आप समय से बैठक की शुरुआत कर सकेंगे। इसके अलावा, आप दूसरों का समय भी बर्बाद होने से बचा सकेंगे। इसके अलावा, टाइम पर ही मीटिंग को एंड भी करें।
होमवर्क करें पूरा
किस मुद्दो पर बात करनी है। कितनी देर में किस टॉपिक को खत्म करके इसका सॉल्यूशन निकाल लेना है। कोई टॉपिक छूट तो नहीं रहा है। यह सभी चीजें पहले से ही क्रॉस चेक कर लें। इसलिए मीटिंग से होमवर्क पूरा और सटीक करें, जिससे कोई दिक्कत न हो।
एजेंडा हो क्लीयर
मीटिंग का एजेंडा क्या है यह आपके माइंड में बिल्कुल क्लीयर होना चाहिए। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि
बहुत सी बैठकें बिना किसी स्पष्ट उद्देश्य के शुरू हो जाती हैं, जिससे समय की बर्बादी होती है। इसलिए Meeting की शुरुआत में ही व्हाइटबोर्ड पर लिख लें आज इस हॉल में सभी क्यों इकठ्ठा हुए हैं और उन्हें क्या हासिल करना है। एजेंडा बातचीत के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, ताकि अगर चर्चा अपने रास्ते से भटक जाए तो मीटिंग को फिर से पटरी पर लाया जा सके।
