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IPS अधिकारी सहित 3 लोग भगोड़ा घोषित, प्रॉपर्टी अटैच करने की प्रक्रिया शुरू

jantaserishta.com
19 Feb 2022 3:58 PM GMT
IPS अधिकारी सहित 3 लोग भगोड़ा घोषित, प्रॉपर्टी अटैच करने की प्रक्रिया शुरू
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गुरुग्राम अपर जिला और सत्र न्यायाधीश अमित सहरावत ने शुक्रवार को करोड़ों की चोरी के मामले में फरार चल रहे निलंबित IPS अधिकारी धीरज सेतिया, गैंगस्टर विकास लगरपुरिया और चेतन उर्फ बॉक्सर को भगोड़ा घोषित किया है. साथ ही स्थानीय पुलिस व डीसीपी हेडक्वार्टर को इस बारे में सूचित करने का आदेश भी दिए हैं. इस मामले में एसटीएफ से 2 मार्च को अगली सुनवाई के दौरान तीनों आरोपियों की प्रॉपर्टी का ब्योरा भी मांगा है जिससे कि उनकी प्रॉपर्टी को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके.

जिला और सत्र न्यायाधीश की अदालत में निलंबित IPS अधिकारी धीरज सेतिया के वकील अजय वर्मा ने बचाव में कहा कि इस मामले की FIR रद्द करने की याचिका पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए इस पर सुनवाई न की जाए. वकील के इस तर्क को नकारते हुए अदालत ने आदेश में लिखा है कि उनके पास हाईकोर्ट की ओर से स्थगन आदेश नहीं आया है. इस मामले में सरकारी वकील का पक्ष सुनने के बाद निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया सहित तीनों को भगोड़ा घोषित करने के आदेश जारी कर दिए.
जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज ने IPS धीरज सेतिया के साथ-साथ तत्कालीन पुलिस कमिश्नर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि बिना पुलिस कमिश्नर के आदेश पर कोई किसी को कैसे हिरासत में ले सकता है. इसीलिए आरोपी IPS धीरज सेतिया ने करोड़ों की चोरी के मामले में किसी को भी नहीं पकड़ा था, जब इस मामले में एसटीएफ ने गंभीरता दिखाते हुए आरोपियों की धरपकड़ शुरू की तो परत दर परत खुलती चली गई.
अदालत में एसटीएफ की ओर से कहा गया कि आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया के चलते उनके घर पर अदालत का नोटिस भी चस्पा किया जा चुका है. एक अन्य आरोपी जोगिन्दर की 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है. जेल में बंद आरोपी डॉक्टर जीपी सिंह को भी अदालत में पेश किया गया था.
आपको बताते चलें कि पिछले साल 2 अगस्त को खेड़कीदौला थाना क्षेत्र में एक फ्लैट से करोड़ों की चोरी हुई थी. जिसकी रिपोर्ट 20 अगस्त 2021 को दर्ज की गई. इस मामले में आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया के संलिप्त होने के आरोपों के चलते सरकार ने एसआईटी को जांच सौंपी थी. एसटीएफ ने इस मामले की जांच में गुरुग्राम में तैनात डीसीपी साउथ धीरज सेतिया को दोषी माना है. उन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था लेकिन वह एसटीएफ की जांच में शामिल नहीं हुए. इसी के बाद अदालत में भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. अब तक इस मामले में एसटीएफ की ओर से अभी तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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