3 मौतों से कोहराम: जहरीला खाना खाया? पुलिस की टीम दरवाजा तोड़कर कमरे में पहुंची
नई दिल्ली: दिल्ली के डाबड़ी इलाके के एक घर में शनिवार शाम संदिग्ध हालात में दो सगे भाइयों सहित तीन लोगों की लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया है। दो मृतकों की …
नई दिल्ली: दिल्ली के डाबड़ी इलाके के एक घर में शनिवार शाम संदिग्ध हालात में दो सगे भाइयों सहित तीन लोगों की लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया है। दो मृतकों की शिनाख्त सोनू और अमित के रूप में हुई है, जबकि तीसरे शख्स की पहचान अभी नहीं हो सकी है।
पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि दोनों भाई उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले थे। शनिवार शाम करीब 6:35 बजे डाबड़ी थाना पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली। कॉलर ने पुलिस को बताया कि आरजेड-ई-70, गली नंबर 7 के पास दो आदमी बेहोश पड़े हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई।
पुलिस को मौके पर कॉलर अरुण मिला। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, इसलिए पुलिस टीम गेट तोड़कर कमरे के अंदर दाखिल हुई तो उन्होंने देखा कि कमरे में तीन लोग बेहोश पड़े थे। उनकी पहचान दो भाई अमित और सोनू के रूप में हुई। तीसरा व्यक्ति उनका नौकर था। उसकी पहचान नहीं हो सकी है। तीनों किराये पर रहते थे।
आसपास के लोगों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि दोनों भाई छोले-भठूरे की रेहड़ी लगाते थे। पुलिस ने तीनों के शव पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जानकारी से पता चला है कि हादसा दो से तीन दिन पहले हुआ है। तीनों ने गैस पर छोले उबालने के लिए रखे थे। इसके बाद वे सो गए। कमरे में वेंटिलेशन न होने की वजह से उनका दम घुट गया और मौत हो गई।
हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने के बाद उनकी मौत का सही कारण पता चल सकेगा। फिलहाल डाबड़ी थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो दिन से पीड़ितो की रेहड़ी नहीं लगी थी और पड़ोसियों ने सोनू को भी नहीं देखा था। जिसके बाद उन्होंने मकान मालिक को सोनू के बारे में बताया। मकान मालिक मौके पर पहुंचा और कमरे का गेट खटखटाया। अंदर से जवाब नहीं मिलने पर मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर गेट तोड़कर देख तो सोनू और बाकी लोगों के शव कमरे में पड़े हुए थे।
पुलिस को शुरुआती जांच के दौरान कमरे से एलपीजी सिलेंडर बरामद हुआ है, लेकिन एलपीजी से मौत होने की संभावना के बारे में अभी बताया नहीं जा सकता है। कमरे से भोजन भी मिला है, जिसके सैंपल ले लिए गए हैं। उन्हें जांच के लिए लैब भेजा जा रही है। यह भी आशंका है कि जो खाना उन तीनों ने खाया था वो जहरीला हो।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि सोनू के कई रिश्तेदार दिल्ली में ही छोले भठूरे की रेहड़ी लगाते हैं। जो अक्सर इनसे मिलने के लिए इनके घर आया करते थे। पुलिस अब इन रिश्तेदारों की तलाश कर रही है, ताकि इनके परिजनों को घटना की सूचना दी जा सके। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौके से दो मोबाइल फोन मिले हैं, जो बंद पड़े हैं। ऐसे में खबर लिखे जाने तक पुलिस की मृतकों के परिजनों से बात नहीं हो सकी थी। पुलिस अधिकारी दोनों मोबाइल को खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही इलाके में रेहड़ी लगाने वाले लोगों से भी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि डाबड़ी, पालम और द्वारका इलाके में करीब 50 से ज्यादा छोले भठूरे की रेहड़ियां लगती हैं, जिनमें से ज्यादातर के मालिक उत्तर प्रदेश के हैं। सोनू के रिश्तेदार के बारे में पता लगाने के लिए संपर्क किया जा रहा है।