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3 करोड़ 44 लाख की धोखाधड़ी का मामला, पता गलत पाए जाने से अधूरी रही CBI की छापेमारी

Nilmani Pal
26 Feb 2022 2:15 AM GMT
3 करोड़ 44 लाख की धोखाधड़ी का मामला, पता गलत पाए जाने से अधूरी रही CBI की छापेमारी
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एमपी। मध्य प्रदेश के केनरा बैंक फ्रॉड में सीबीआई ने आज भोपाल और पिपरिया में छापे मारे हैं। यह फ्रॉड सिंडीकेट बैंक के साथ हुआ था जो अब केनरा बैंक हो गया है। सीबीआई ने इसमें आज कुछ आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारे लेकिन कुछ आरोपियों के पता गलत पाए जाने से छापे की कार्रवाई अधूरी रही। आरोपियों में एक समाचार पत्र समूह के तीन संचालक भी हैं।

बताया जाता है कि सिंडीकेट बैंक के टर्म लोन क्रेडिट लिमिट में 2014-15 में फ्रॉड का यह मामला था जिसमें बिजनेस की जगह क्रेडिट लिमिट को व्यक्तिगत उपयोग में लाया गया। इस प्रकार से बैंक के साथ करीब तीन करोड़ 44 लाख की धोखाधड़ी की गई। इसमें सीबीआई ने कोलार की संस्था ब्राउनी एंड संस, सुनील टिबरवाल, विवेक शर्मा, सांध्य प्रकाश के तीन संचालक और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120, 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए थे।

सीबीआई ने विवेक शर्मा और सांध्य प्रकाश लिमिटेड के तीन संचालकों के यहां छापे मारे लेकिन संध्या प्रकाश लिमिटेड के भोपाल स्थित ठिकाने पर पहले से ही नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल द्वारा लिक्विडेटर नियुक्त होने से सीबीाई को उनके ठिकाने सील मिले थे। विवेक शर्मा के भोपाल और पिपरिया में छापे मारे गए।


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