इंदौर। इंदौर की लाड़ली बहनाएं विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली जा रही हैं। इंदौर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने 11 और 12 दिसंबर को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के लिए जाना शुरू कर दिया है। इसके लिए उन्होंने इंदौर कलेक्टर को आवेदन भी दे दिया है। इस दौरान इंदौर की सभी आंगनबाड़ियां बंद रहेंगी और काम नहीं किया जाएगा। इंदौर समेत मप्र से 25 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका दिल्ली जा रही हैं। ट्रेन और बसों के माध्यम से शुक्रवार से ही दिल्ली पहुंचना शुरू हो गए हैं। दिल्ली में विशाल विरोध प्रदर्शन के लिए इनके साथ देशभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका पहुंच रही हैं।
पीएम मोदी के सामने रखेंगे मांग
इंदौर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की अध्यक्ष राजकुमारी गोयल ने बताया कि हम मप्र सरकार से लंबे समय से कई मांग कर रहे हैं। कुछ मांगों पर मप्र में सहमति बनी है लेकिन कई मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा। मप्र सरकार को हमारी बात केंद्र तक पहुंचाना चाहिए। चूंकि अब हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है तो हम केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगें रखेंगे।
क्या हैं मांगे
वेतनवृद्धि
पेंशन
बीमा
स्थाई नियमितिकरण
सामाजिक सुरक्षा
श्रमिक श्रेणी में मान्यता
क्यों किया दिल्ली का रुख
भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले हो रहे इस विरोध प्रदर्शन के लिए महीने भर से तैयारियां चल रही हैं। इंदौर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की अध्यक्ष राजकुमारी गोयल ने बताया कि सभी कर्मचारी खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। लंबे समय से हम मांगों के बारे में बता रहे हैं लेकिन राज्य सरकार ध्यान ही नहीं दे रही है। इसलिए हमने खुद दिल्ली की तरफ रुख किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हम अपनी मांगों से अवगत करवाएंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि हमारी मांगे मान ली जाएंगी।
भारतीय मजदूर संघ ने की सारी व्यवस्था
इंदौर से गई आंगनबाड़ी कार्य़कर्ता और सहायिकाओं की पूरी व्यवस्था भारतीय मजदूर संघ ने की है। उनके रुकने, आने जाने की सभी व्यवस्थाएं भारतीय मजदूर संघ और इंदौर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ देख रहा है।