x
शिमला। लोकसभा चुनाव में पुलिस के साथ इस बार एनसीसी कैडेट्स कदमताल करते नजर आएंगे। राज्य निर्वाचन विभाग ने करीब 24 हजार एनसीसी कैडेट्स को मतदान केंद्रों की सुरक्षा और जागरूकता में तैनात करने की तैयारी की है। हालांकि एनसीसी कैडेट्स की तैनाती उनकी उपलब्धता के आधार पर होगी। यानी जिस क्षेत्र में कैडेट्स नहीं होंगे या उनकी संख्या कम होगी वहां उसी आधार पर फैसला लिया जाएगा। दरअसल, एक मतदान केंद्र में तीन एनसीसी कैडेट्स को तैनात करने की रूपरेखा बनाई गई है और प्रदेश में आठ हजार के करीब मतदान केंद्र हैं। इस संबंध में निर्वाचन विभाग और एनसीसी ग्रुप कमांडर कर्नल एएस बैंस के साथ एक बैठक भी हो चुकी है। चुनाव ड्यूटी में उन्हीं कैडेड्स को तैनात किया जाएगा जो 18 साल की आयु पूरी कर चुके होंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें अपने अभिभावकों से भी मंजूरी लेनी होगी। फिलहाल, सुरक्षा प्रबंधों के चलते निर्वाचन विभाग ने स्कूल और कालेज के कैडेट्स को चुनाव ड्यूटी में तैनात करने का फैसला किया है।
विभाग इन कैडेट्स की सेवाओं के एवज में उन्हें अन्य कर्मचारियों के बराबर ही भुगतान भी करेगा। इतना ही नहीं ड्यूटी के दौरान कैडेट्स के भोजन का प्रबंध भी रहेगा और इसके लिए उन्हें 150 रुपए प्रदान किए जाएंगे। एनसीसी कैडेट्स की सेवाएं निर्वाचन विभाग एक ही दिन लेगा। सभी कैडेट्स पहली जून को चुनाव ड्यूटी में तैनात होंगे। इनका काम मतदान केंद्रों में लाइनें बनाना और लोगों को जागरूक करना रहेगा। सभी कैडेट्स पुलिस के सहयोगी के तौर पर काम करेंगे। वे मतदान केंद्रों पर वर्दी में तैनात किए जाएंगे। यातायात व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, वृद्ध और दिव्यांगजन मतदाताओं की सहायता, किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में चिकित्सा सहायता जैसे गैर सुरक्षा संबंधी दायित्वों में पुलिस कर्मियों या गृह रक्षकों की सहायता करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर उपलब्धता के आधार पर तीन कैडेट तैनात तय किए जाएंगे और यह तैनाती पूर्ण रूप से स्वैच्छिक आधार पर होगी। कैडेट की तैनाती का स्थान उनके संबंधित बीट/जिले के भीतर ही होगा।
Next Story