दिल्ली delhi news। दिल्ली के सरोजिनी नगर इलाके में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर दो मजदूरों की मौत का मामला सामने आया है. ये दोनों मजदूर सीवर लाइन साफ करने के लिए सीवर के अंदर उतरे थे. सीवर से निकल रही जहरीली गैस की वजह से उनका दम घुट गया था. लोगों का कहना है कि सीवर में उतरे मजदूरों के लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे. delhi
जानकारी के मुताबिक, सरोजिनी नगर इलाके में केंद्र सरकार का मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने का काम चल रहा है. एनबीसीसी के द्वारा प्राइवेट कंपनी Varindra Construction company को यह कार्य दिया गया है. यहां काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि पुराने सीवर की सफाई का काम होना था.
उसके लिए एक मजदूर बिना किसी सुरक्षा के अंदर गया था, लेकिन काफी देर बाद वो बाहर नहीं निकला तो ऐसे में कंपनी द्वारा एक और मजदूर को अंदर भेजा गया. काफी देर तक जब वो भी बाहर नहीं आया तो तीसरे मजदूर को अंदर भेजा गया. ये मजदूर बिना किसी सुरक्षा गार्ड के अंदर गए थे. जब तीसरा मजदूर बाहर नहीं निकल सका तो तुरंत कंपनी द्वारा जेसीबी मंगाकर खुदाई की गई. इसमें घंटों का समय लगा, लेकिन आखिर में जब मजदूरों को बाहर निकला गया तो दो मजदूरों की जान दम घुटने से चली गई थी.
हालांकि तीसरा मजदूर पूरी तरह बेहोश था. गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं दो मजदूरों की मौत के बाद उन दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है. यहां काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि अगर सीवर में उतरने वाले मजदूरों को ऑक्सीजन या और इक्विपमेंट दिया गया होता तो शायद उनकी जान आज बच जाती. घटना में एक मजदूर जिसकी मौत हुई है उसका नाम बलविंदर कुमार है. उसके भाई का आरोप है कि पुलिस ने घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी उसके भाई के शव को नहीं दिखाया है. उसका कहना है कि अगर कंपनी द्वारा सुरक्षा में लापरवाही नहीं की गई होती तो आज उसका भाई जिंदा होता.