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मुख्यधारा में लौट आई 2 युवतियां, नक्सलवाद का रास्ता छोड़ा

jantaserishta.com
4 Jun 2021 8:32 AM GMT
मुख्यधारा में लौट आई 2 युवतियां, नक्सलवाद का रास्ता छोड़ा
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थाने के परिसर में गढ़वा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की 172 बटालियन की ओर से पुनर्वास कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यक्रम में दोनों युवतियां समाज की मुख्यधारा में वापस लौट आईं.

झारखंड के नक्सल प्रभावित गढ़वा में दो युवतियां नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौट आई हैं. गढ़वा जिले के भंडरिया थाने के परिसर में गढ़वा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की 172 बटालियन की ओर से पुनर्वास कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यक्रम में दोनों युवतियां समाज की मुख्यधारा में वापस लौट आईं.

जानकारी के मुताबिक गढ़वा पुलिस और सीआरपीएफ की 172 बटालियन के सौजन्य से नई सुबह प्रयास पुनर्वास कार्यक्रम के तहत दो नक्सली युवतियां समाज की मुख्यधारा में शामिल हुईं. इस दौरान गढ़वा जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्रीकांत एस खोटरे, सीआरपीएफ के कमांडेंट आशीष कुमार झा ने दोनों युवतियों को सम्मानित किया और राह भटक नक्सली बने युवक-युवतियों से भी समाज की मुख्य धारा में लौटने की अपील की.
एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने कहा कि सीआरपीएफ और गढ़वा पुलिस लगातार प्रयास कर रही है कि जो समाज के लोग भटक कर नक्सली संगठन में चले गए हैं, वे मुख्यधारा से जुड़ें. इसके लिए सरकार की ओर से महत्वाकांक्षी योजना नई सुबह प्रयास एवं पुनर्वास कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसी कार्यक्रम के तहत समाज से भटकी दो युवतियां मुख्यधारा में लौट आई हैं.
उन्होंने कहा कि गढ़वा पुलिस पर भरोसा कर ये युवतियां अपने परिवार के साथ समाज की मुख्यधारा में लौटी हैं. पुलिस का फर्ज है कि इनका पूरी तरह सहयोग करे और सुरक्षा दें. एसपी ने मुख्यधारा में लौटी युवतियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और राह भटके युवाओं से समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने की अपील भी की. उन्होंने आश्वस्त किया कि पुलिस प्रशासन ऐसे युवाओं का सहयोग करेगा.
सीआरपीएफ के कमांडेंट आशीष कुमार झा ने कहा कि अन्य संगठन में जाकर गलत राह पर चल रहे लोगों का भविष्य सुरक्षित नहीं है. उन्होंने ऐसे लोगों से समाज की मुख्यधारा से जुड़कर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करने, अपनी जिंदगी संवारने की अपील की.
इससे पहले कार्यक्रम में दोनों युवतियों को पढ़ाई करने के लिए कॉपी, किताब, कलम और सीखने के लिए सिलाई मशीन दी गई. युवतियों के परिजनों को गैस-चूल्हा, साड़ी, धोती, गमछा सहित अन्य घरेलू सामान भी दिए गए. इस दौरान एएसपी विवेकानंद कुमार, सरोज कुमार, इंस्पेक्टर लक्ष्मीकांत, बीडीओ विपिन कुमार भारती, सीओ मदन महली, जिला परिषद सदस्य रामजीत सिंह, पंचायत समिति सदस्य सुशील कुमार सिन्हा, भंडरिया की मुखिया सुशीला केरकेट्टा, ठाकुर प्रसाद महतो, विनय सिंह आदि मौजूद रहे.


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