भारत में घुसने के बाद दोनों कार रेंट पर लेकर नोएडा पहुंच गए. नोएडा में अपने दोस्त जिसका नाम कैरी बताया जा रहा है, उसके पास करीबन 15 दिन तक रहे. इस दौरान नोएडा में किसी को भी दोनो अवैध चीनियों के बारे में कानो-कान खबर नहीं हुई. दोनों नोएडा से कार के जरिए वापस नेपाल बॉर्डर पहुंचे. यहां से दोनों पैदल बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे थे, तभी एसएसबी की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दोनो के पास भारतीय वीजा नहीं है, तलाशी में इनके पास से आधा दर्जन भारतीय सिम कार्ड बरामद हुए हैं. माना जा रहा है कि दोनों चीनी भारत में वित्तीय जालसाजी में संलिप्त रहे हैं. फिलहाल दोनों को आगे की कार्रवाई के लिए बिहार सीतामढ़ी के सुरसंड थाने की पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.
एसएसबी ऑफिशियल ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि शनिवार शाम करीबन 6.45 बजे भारतीय बॉर्डर पार कर नेपाल जाने की कोशिश कर रहे इन दो चीनी नागरिकों को सीमा स्तंभ संख्या 301 से लगभग 10 मीटर भारत की तरफ से पकड़ा गया है.
दोनो की पहचान लु लैंग उम्र 30 वर्ष और यूं हेलंग उम्र 34 वर्ष के रूप में की गई है. अब सवाल यह खड़े हो रहे हैं कि 24 मई को चुपके से भारत में घुसे 15 दिनों तक इधर-उधर घूमते रहे. उत्तर प्रदेश के हाईटेक सिटी कहे जाने वाले नोएडा में 10 जून तक घूमते रहे, लेकिन स्थानीय पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसियो को तक भनक नहीं लगी. देखने वाली बात यह है कि दोनों चीनी नागरिक पूछताछ में क्या-क्या बताते हैं, क्या ये वाकई वित्तीय जालसाजी में जुड़े थे या नोएडा में किसी और अन्य मकसद से आये थे.