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वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जनता से रिश्ता वेबङेस्क | बोकारो के चंदन क्यारी प्रखंड के चमरायडीह के 2 एकड़ बंजर भूमि पर 50 हजार से अधिक पौधे लगा कर इसे जंगल का रूप दिया जाएगा। बुधवार को इसकी शुरुआत की गई। बोकारो के वेदांता इलेक्ट्रोस्टील प्लांट द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य वन संरक्षक डी वेंकटेश्वरलू ने किया।
मौके पर वेदांता इलेक्ट्रोस्टील लिमिटेड के सीईओ आशीष गुप्ता भी मौजूद थे। अभियान के पहले दिन शीशम, अनार, अदम, इमली औह महोगनी के पौधे लगाए गए। लक्ष्य पूरा होने तक पौधारोपण का कार्यक्रम जारी रहेगा।
मुख्य वन संरक्षक डी वेंकटेश्वरलू ने कहा कि यहां बंजर भूमि को हरा-भरा करने की दिशा में पहल की गई है। खास बात यह है कि इन पौधो को मियावाकी पद्धति से लगाए जा रहे हैं। इस पद्धति से लगाए गए पौधों की आपस में दूरी कम होती है। लिहाजा कम जगह में अधिक पौधे लग जाते हैं। पौधे सूर्य का प्रकाश प्राप्त कर ऊपर की ओर वृद्धि करते हैं, किंतु सघनता के कारण नीचे उगने वाले खरपतवार को प्रकाश नहीं मिल पाता है। जिससे उसे पनपने का मौका नहीं मिलता है।
ऐसे में पौधों में अच्छा ग्रोथ होता है। उन्होंने कहा कि आम तौर पर जंगल तैयार होने में 100 वर्ष का समय लगता है, लेकिन मियावाकी पद्धति से पौधा लगाते हैं तो 20-30 साल में जंगल उग आते हैं।
यह एक जापानी पद्धति है। जिसका दुनिया भर में तेजी से विस्तार हो रहा है। वहीं, मौके पर मौजूद वेदांता इलेक्ट्रोस्टील लिमिटेड के सीईओ आशीष गुप्ता ने कहा कि चमरायडीह की 2 एकड़ बंजर भूमि पर जंगल उगाने के लिए 53000 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे बंजर भूमि हरा-भरा होगा. यहां पौधा लगाने के साथ-साथ इसकी देखभाल की जाएगी।
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