भारत
1800 किलो गांजा जब्त, 3.5 करोड़ है कीमत, पुलिस ने ऐसे चलाया पूरा ऑपरेशन
jantaserishta.com
13 Feb 2021 7:56 AM GMT
x
ओडिसा से चला और रायपुर से होता हुआ मुंबई पहुंचा गांजा लेकिन रायपुर पुलिस को नहीं लगी भनक.
मुंबई पुलिस ने 1800 किलो गांजा जब्त किया है. इस मामले में अबतक आकाश यादव और दिनेश सरोज नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. यादव के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं. ये जानकारी जॉइंट कमिश्नर मिलिंद भराम्बे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
इस 1800 किलो गांजा की कीमत 3.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह गांजा उड़ीसा से मुंबई लाया गया था. आरोपी उड़ीसा के कंधमाल इलाके से ड्रग्स लेकर आते थे, जोकि नक्सल प्रभावित जिला है. यहां गांजा की खेती होती थी. फिर नक्सल ग्रस्त इलाकों से गांजा महाराष्ट्र और भारत के अन्य हिस्सों में भेजा जाता था.
Mumbai: Anti Narcotics Cell seizes 1800 kgs of Ganja, worth Rs 3.5 cr. The Ganja was being smuggled in an autorickshaw. The Ganja used to be smuggled from Odisha & stored in a godown in Vikhroli. Owner of the godown as well as prime accused from Odisha absconding. 2 men arrested. pic.twitter.com/UBrdpQLjIO
— ANI (@ANI) February 13, 2021
मुंबई पुलिस कई दिनों से गांजा को जब्त करने के लिए ऑपरेशन चला रही थी. कल मुंबई ठाणे रोड (विक्रोली) पर पुलिस ने ट्रैप लगाया और एक टेंपू का पीछा किया. इस टेंपू में करीब 3.5 करोड़ रुपये का 1800 किलो गांजा था, जिसे नारियल के नीचे छुपाकर रखा गया था. ये लोग हर कंसाइनमेंट के लिए नए टेंपू को भाड़े पर लेटे थे.
पुलिस को अब संदीप सातपुते नाम के आरोपी की तलाश है, जिसका भिवंडी इलाके में एक गोडाउन है. वह ठाणे के लुइस वाड़ी इलाके में रहता है और करीब 5 साल से गांजा का व्यापार कर रहा है. बताया जा रहा है कि सातपुते ही मुंबई ठाणे और आसपास के इलाकों में गांजा की सप्लाई करता था. यह गैंग सिर्फ महाराष्ट्र में हर महीने 5 से 6 टन गांजा सप्लाई करता था, जिसमें से 4 टन गांजा हर महीने सिर्फ मुंबई में बेचा जाता था.
Next Story