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प्रारंभिक आय से प्रथम तिमाही में 18 अरब 67 करोड़ रूपये राजस्व अर्जित

Nilmani Pal
15 July 2022 11:49 AM GMT
प्रारंभिक आय से प्रथम तिमाही में 18 अरब 67 करोड़ रूपये राजस्व अर्जित
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जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल अपने अधोसंरचनात्मक कार्यों को गति प्रदान करते हुए, यात्री सुविधाओं में उत्तरोत्तर विकास करते हुए रेलवे राजस्व वृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसके परिणामस्वरूप पमरे महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन और प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक मुकुल सरन माथुर के नेतृत्व में इस वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में 18 अरब 67 करोड़ प्रारंभिक आय (ऑरिजनेटिंग रेवन्यू) अर्जित किया। जिसमें अप्रैल में 595 करोड तथा मई में 660 करोड एवं जून में 612 करोड़ का रेल राजस्व अर्जित किया।

इस ओरिजनेटिंग आय में पैसेंजर यातायात से जून 2022 में आरक्षित और अनारक्षित कुल 64 लाख से अधिक रेल यात्रियों से रुपये 164 करोड़ 11 लाख अर्जित करते हुए प्रथम तिमाही में कुल 190 लाख से अधिक रेल यात्रियों से रुपये 487 करोड़ 31 लाख रेल राजस्व अर्जित किया। अन्य कोचिंग यातायात के मद में जून 2022 में रुपये 17 करोड 59 लाख अर्जित करते हुए प्रथम तिमाही में कुल रुपये 50 करोड़ 90 लाख का रेलवे राजस्व प्राप्त किया। माल ढुलाई में पुनः वृद्धि दर्ज करते हुए माह जून 2022 में रुपये 414 करोड़ 97 लाख अर्जित करते हुए प्रथम तिमाही में कुल रुपये 1276 करोड़ 29 लाख का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है। इसके अलावा संड्री रेवेन्यू में माह जून 2022 में रुपये 15 करोड़ 95 लाख अर्जित करते हुए प्रथम तिमाही में कुल रुपये 53 करोड 26 लाख का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है। इस प्रकार पमरे में माह जून 2022 में रेल राजस्व में कुल रुपये 612 करोड़ 62 लाख रूपए अर्जित करते हुए प्रथम तिमाही में कुल रुपये 1867 करोड 77 लाख का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है। जो की वर्ष 2021 के प्रथम तिमाही में प्राप्त 1262 करोड़ रुपये के रेल राजस्व से लगभग 48 प्रतिशत अधिक है। रेलवे राजस्व वृद्धि के लिए यात्रियों की सुविधाओं एवं विकास के कार्यों में गति प्रदान के लिए पमरे द्वारा निम्नलिखित निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं

* यात्री यातायात के लिए अधिक से अधिक सुविधाओं का विस्तार करके रेल यात्रा को सुरक्षित और बेहतर बनाया गया। समय-समय पर समर स्पेशल, त्यौहार स्पेशल एवं परीक्षा स्पेशल ट्रेनों को भी चलाया जा रहा हैं।

* फ्रेट लोडिंग को बढ़ावा देने के लिए व्यापार विकास इकाइयां (बीडीयू) स्थापित की गई। इसके तहत नये लोडिंग स्ट्रीम से माल यातायात को बढ़ावा दिया गया।

* फ्रेट लोड मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि करके अलग-अलग रेल खण्ड की क्षमता में वृद्धि और इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ाया इसके साथ ही साथ ऑपरेशनल सुधार भी किये जा रहे हैं ।

* गुड्स टर्मिनल की वर्किंग में सुधार एवं मालगाड़ियों के डिटेंशन को कम किया गया। मालगाड़ियों के संचालन में तेजी आयी और माल ढुलाई में वृद्धि हुई।

* अन्य तरह के यातायात के लिये पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया गया साथ ही साथ एसएलआर की लीजिंग पर अधिक से अधिक मॉनिटरिंग किया गया। संड्री आय के अंतर्गत लैंड लाइसेंसिंग और गैर किराया राजस्व (एनएफआर) बढ़ाने के लिए भी व्यापक पैमाने पर कार्य किया जा रहा है।

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