नोएडा। साइबर सेल और नोएडा पुलिस ने इंश्योरेंस पॉलिसी सेटलमेंट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 16 सदस्य गिरफ्तार किए हैं। इस गैंग में 10 महिलाएं भी शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 16 मोबाइल, एक लैपटॉप और डेढ़ लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। आरोपियों ने एक रिटायर्ड अधिकारी को डेढ़ करोड़ रुपये का चूना लगा दिया था। पुलिस सभी आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि एनटीपीसी के रिटायर्ड अधिकारी से पकड़े गए आरोपियों ने एक करोड़ 62 लाख रुपये की ठगी की थी। अपने साथ हुई धोखाधड़ी की तहरीर अधिकारी ने थाना-113 में दी थी। जिसके बाद 25 मई को ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। तभी से पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी थी। पकड़े गए आरोपियों ने उन्हें इंश्योरेंस पॉलिसी के 25 लाख रुपये वापस दिलाने का झांसा दिया था। दरअसल, अधिकारी ने एक पॉलिसी कराई थी। जिसके एवज में वे कंपनी को 25 लाख रुपये दे चुके थे। पकड़े गए नीलेश ने उनसे अलग-अलग एक करोड़ 62 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपियों ने गाजियाबाद के भोपरा एरिया में फर्जी कॉल सेंटर खोला हुआ था। साथ ही लोगों से ठगी के लिए फर्जी सिम का इस्तेमाल करते थे। इंश्योरेंस पॉलिसी की जिनकी किस्त जमा नहीं होती थी। उनका वापस दिलाने और अन्य फायदों का झांसा देकर लोगों से धोखाधड़ी करते थे। इस गैंग को सोनू कुमार चला रहा था। पकड़े गए नीलेश ने एक करोड़ 62 लाख की ठगी की थी।
पुलिस ने इनको किया गिरफ्तार
दिल्ली के मीतनगर निवासी सोनू कुमार और गोकलपुरी निवासी नीलेश, गाजियाबाद के लोनी निवासी रोहित कटारिया, भोपरा निवासी संजना, अंजलि व श्रुति और मोहिनी, पंचवटी निवासी अश्वनी कुमार, हरियाण के बल्लभगढ़ निवासी अजय कुमार, हर्ष विहार निवासी संध्या, दिल्ली के नंद नगरी निवासी केसर व चंचल गुप्ता, जहांगीरपुर निवासी प्रियंका और गाजियाबाद निवासी बरखा को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा दिल्ली के मंडोली रोड निवासी राहुल और हर्ष विहार निवासी संजना को भी पकड़ा है।