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भारत-चीन के बीच 15वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता जारी, भारत के साथ संबंध सुधारने में लगा चीन?
jantaserishta.com
11 March 2022 9:29 AM GMT
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नई दिल्ली: भारत और चीन के मध्य पिछले 22 महीनों के लंबे अंतराल से चल रहे विवाद (India China Border Dispute) को लेकर आज 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता हो रही है. पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में टकराव के कुछ स्थानों को लेकर यह वार्ता हो रही है. सूत्रों ने बताया कि कोर-कमांडर स्तर की वार्ता (Corps Commander Level Talks) पूर्वी लद्दाख में स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के भारतीय हिस्से चुशुल-मोल्दो 'बार्डर प्वाइंट' पर सुबह 10 बजे शुरू हुई.
भारत और चीन के बीच 14वें दौर की बातचीत 12 जनवरी को हुई थी. हालांकि इस वार्ता में भी टकराव वाले शेष स्थानों पर गतिरोध को लेकर कोई हल नहीं निकल पाया. दोनों देशों बीच अब तक हुईं 14 दौर की बातचीत बेनतीजा रहीं हैं. सूत्रों ने बताया कि 15वें दौर की वार्ता के दौरान हॉट स्प्रिंग्स (पेट्रोलिंग प्वाइंट-15) क्षेत्रों में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
इस वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के नवनियुक्त कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता कर रहे हैं. भारतीय पक्ष से 'देपसांग बल्ज' और डेमचोक में मुद्दों को हल करने समेत टकराव वाले शेष स्थानों पर जल्द से जल्द सेना को हटाने पर जोर दिए जाने की उम्मीद की जा रही है. पिछले महीने फरवरी में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा था कि भारत यथास्थिति में किसी भी बदलाव और एलएसी को एकतरफा बदलने के चीन के किसी भी प्रयास के लिए कभी सहमत नहीं होगा.
दो सालों में 14 दौर की बातचीत के बाद, चीनी विदेश मंत्रालय ने हाल ही में कहा कि दोनों पक्ष सीमा मुद्दों पर एक कदम आगे बढ़ा सकते हैं और समाधान तक पहुंच सकते हैं. दोनों पक्षों को स्वीकार्य विवादों के उचित समाधान की तलाश करनी चाहिए. पैंगोंग त्सो, गलवान और गोगरा के उत्तरी और दक्षिणी तटों पर डिसएंगेजमेंट किए जाने के बाद, भारत महत्वपूर्ण पैट्रोलिंग पॉइंट-15 और हॉट स्प्रिंग्स में पीपी-17 और 17ए जैसे क्षेत्रों पर सैनिकों की वापसी पर जोर दे रहा है.
गौरतलब है कि चीन ने बुधवार को उम्मीद जताई थी कि भारत के साथ आगामी 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के दौरान दोनों पड़ोसी देश एक 'कदम और आगे' बढ़ा सकते हैं. पूर्वी लद्दाख में शेष विवाद वाले क्षेत्रों पर दोनों पक्ष स्वीकार्य 'उचित समझौता' कर सकते हैं. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने 11 मार्च को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के 15वें दौर की पुष्टि करते हुए बुधवार को यहां एक प्रेस वार्ता में कहा था कि बातचीत के अंतिम दौर में दोनों पक्षों ने सीमा के पश्चिमी क्षेत्र पर शेष मुद्दे को हल करने पर विचारों का गहराई से आदान-प्रदान किया था. उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि आगामी दौर की वार्ता में दोनों पक्ष सीमा मुद्दे पर एक और कदम आगे बढ़ा सकते हैं. हमें उम्मीद है कि हम विवादों का उचित समाधान ढूंढ सकते हैं और एक ऐसे समाधान पर पहुंच सकते हैं जो दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो.'
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