यूपी। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दिन हंगामे को लेकर लाइन हाजिर थानेदार के विदाई समारोह में पुलिसवाले जमकर थिरकते नज़र आए। पुलिसवालों के डांस का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद बस्ती के एसपी ने इंस्पेक्टर समेत 15 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इन सभी के खिलाफ बस्ती के गौर थाने में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को ब्लॉक प्रमुख पद प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान बस्ती में जमकर हंगामा हुआ था। इस हंगामे की कई तस्वीरें उस दिन सामने आई थीं। कई स्थानों पर पुलिसकर्मियों के सामने ही जमकर मारपीट भी हुई। इसी दौरान कुछ लोग गौर ब्लॉक का गेट ढकेलकर अंदर घुस गए। इसके बाद पुलिस ने वहां लाठीचार्ज किया। बाद में डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे। गुरुवार की देर शाम एसपी आशीष श्रीवास्तव ने शांति व्यवस्था कायम न रख पाने के आरोप में प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया था। पुलिस की मौजूदगी में बवाल होने के बाद मुकदमा भी दर्ज किया गया।
थानेदार के लाइन हाजिर होने के अगले दिन यानी शुक्रवार को स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों ने विदाई समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में बैंड बाजा की धुन पर पुलिसवाले जमकर थिरके। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में थाने के सिपाही और दारोगा वर्दी में जुलूस निकालकर जयकारा और डांस करते दिखे। पुलिसवालों को इस हाल में देखकर लोगों के बीच विभाग के अनुशासन को लेकर चर्चा शुरू हो गई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आईजी और एसपी को इसकी जानकारी मिली। इसके बाद तत्काल कार्रवाई की गई।
आईजी अनिल कुमार राय ने कहा कि इस तरह की गतिविधि पुलिस नियमों के हिसाब से अनुचित और आपत्तिजनक है। एसपी स्तर से ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। रात आठ बजे के करीब एसपी आशीष श्रीवास्तव ने पुलिस बल पर अमर्यादित व्यवहार करने के आरोप में कार्यवाही कर दी। एसपी ने इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह, एसआई भीम सिंह, एसआई रिजवान अली, अजय सिंह, कांस्टेबल प्रमोद कुमार, कांस्टेबल मनोज यादव, कांस्टेबल ऋषिकेश सिंह, यशवंत यादव, रिक्रूट कांस्टेबल शुभम मिश्र, ऋषभ कुमार, सौरभ सिंह, सतीश यादव, कीर्ति सिंह, ज्योति सिंह और कम्प्यूटर ऑपरेटर आशुतोष धर द्विवेदी को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही डांस में शामिल अन्य लोगों की भी जांच के आदेश दिए गए हैं। इन सभी के खिलाफ कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने पर गौर थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। कुछ अन्य पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई तय है।