हिमाचल प्रदेश के किन्नौर स्थित निगुलसारी से दो किलोमीटर पीछे रामपुर की तरफ अचानक हुए भूस्खलन में मलबे के नीचे बस दब जाने से बड़ा हादसा हो गया है. बताया जा रहा है कि बस अभी भी मलबे में ही दबी हुई है. हालांकि बचाव दल मौके पर पहुंच गया है और 10 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. वहीं दुखद खबर ये है कि हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई है. डीसी आबिद हुसैन ने बताया कि अभी भी मलबे में कुछ अन्य गाड़ियों के दबे होने की आशंका है. पहाड़ी पर से लगातार पत्थर गिरने के कारण बचाव अभियान तेजी से नहीं हो रहा है, जैसे ही भूस्खलन बंद होगा बचाव कार्य में तेजी लाई जाएगी. वहीं सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ लोगों को रेस्क्यू किया गया है और पत्थरों के लगातार गिरने के चलते रेस्क्यू में परेशानी आ रही है. ठाकुर ने कहा कि फंसे हुए लोगों की संख्या के बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन 50 से 60 लोग अभी भी मलबे में फंसे हो सकते हैं. ठाकुर ने बताया कि हादसे के संबंध में उनकी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी बात हुई है और उन्होंने एनडीआरएफ को भी बचाव के लिए मौके पर पहुंचने के आदेश दे दिए हैं. वहीं अब मदद के लिए दो रेस्क्यू हेलिकॉप्टर रवाना कर दिए गए हैं.
हादसे की सूचना मिलने के बाद हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर मौके के लिए रवाना हो गए हैं. बताया जा रहा है कि घटनास्थल शिमला से करीब 200 किमी. दूर है. सीएम ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया जाएगा और सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. साथ ही बचाव कार्य में भी तेजी लाई गई है.
वहीं किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने बताया कि आईटीबीपी की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और लोगों को बचाने में लगी है. हालांकि पत्थरों के लगातार गिरने से काम में मुश्किल आ रही है. उन्होंने बताया कि एक छोटी गाड़ी जो मलबे में दबी हुई थी उसके ड्राइवर को बचाया गया है. वहीं बस का ड्राइवर हादसे के बाद से सदमे में हैं और कुछ भी सही से नहीं बता पा रहा है. उससे जब पूछा गया कि बस के अंदर कितने लोग मौजूद हैं तो वह सही संख्या नहीं दे सका. उसने कभी 20 बताया तो कभी 25.