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12 साल के बच्चे को अगवा कर उतारा मौत के घाट, शव नदी में मिला, ऐसे चला पता

jantaserishta.com
6 Sep 2024 6:30 AM GMT
12 साल के बच्चे को अगवा कर उतारा मौत के घाट, शव नदी में मिला, ऐसे चला पता
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फैली सनसनी.
सीतापुर: चार अपहर्ताओं ने सीतपुर से 12 साल के बच्चे को अगवा कर उसकी हत्या कर दी। बच्चे का शव लखीमपुर में शारदा नदी में फेंक आए। चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने अपहरण और हत्या की बात कबूली है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली है। वहीं शव की तलाश की जा रही है। घटना सकरन थाना क्षेत्र के सिरकिड़ा गांव की है। यहां के निवासी शुभम मिश्रा ने तीन सितम्बर को थाने में तहरीर दी कि उनका भतीजा शिव्यांश (12) गायब है। गुमशुदगी का मुकदमा पंजीकृत किया गया।
शिकायत करते हुए घर वालों ने दो लोगों पर शक भी जाहिर किया था। पुलिस ने संदेह के आधार पर चार आरोपियों अंकुर त्रिवेदी, पुनीत शुक्ला, रिंकू मिश्रा व अभिषेक कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने शिव्यांश से रुपए लेकर आने को कहा था। रुपए न मिलने पर उसका अपहरण कर लियाऔरमारडाला।
शिव्यांश के परिवार में आरोपी रिंकू की घुसपैठ थी। वह यहां ट्रैक्टर चलाने का काम करता था। उसका घर में आना जाना था। उसने शिव्यांश को एक तरह से दोस्त बना लिया। उसको साथ लेकर कहीं आता जाता भी था। रिंकू ने यही फायदा उठाया और भरोसे में लेकर शिव्यांश को कार से घुमाने को बैठा लिया। तगड़ी प्लानिंग करके उसने वारदात को अंजाम दिया है। लखीमपुर बार्डर में घुसते ही चारों ने मिलकर गला घोंट दिया। पुलिस अभी कई बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है।
पुलिस चारों आरोपियों अंकुर त्रिवेदी(25)पुत्र श्याम मुरारी, पुनीत शुक्ला( 20) पुत्र दीनबन्धु निवासी ग्राम उमरियाकला थाना लहरपुर व रिंकू मिश्रा(22) पुत्र रमाकान्त निवासी ग्राम सिरकिड़ा थाना सकरन, अभिषेक कुमार(17) उर्फ राज पुत्र अजयपाल निवासी गुलरिया चीनी मिल थाना बिजुआ जनपद खीरी को अलग अलग लेकर पूछताछ कर रही है। अभी पुलिस भी पूरी तरह नतीजे पर नहीं पहुंची है।
पुलिस का कहना है कि रिंकू का परिवार में आना जाना था। काफी घुला मिला था। उसके साथ अन्य आरोपियों ने घूमाने के लिए शिव्यांश को कार में बैठाया। उधर आरोपियों की तस्दीक ताऊ सत्यप्रकाश व परिजनों ने भी की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि वह आरोपियों के साथ में कार में देखा गया था। चाचा शुभम मिश्र के मुताबिक पुलिस से वह बार बार कहते रहे लेकिन समय रहते अगर कार्रवाई हो जाती तो भतीजे की जान बचाई जा सकती थी।
नामजद तहरीर के बाद ढिलाई बरती, बिफरे परिजन मृतक शिव्यांशु के ताऊ सत्य प्रकाश मिश्रा का आरोप है कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही से वारदात हुई है। वह भी आरोपी है। रिंकू मिश्र को पुलिसकर्मियों को सौंप दिया गया था। नामजद तहरीर के बाद कार्रवाई नहीं हुई। रात भर गन्ने और तालाबों के किनारे बच्चे को तलाशते रहे। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण सिंह ने मौके पर पहुंचकर पर परिजनों को समझाने का प्रयास किया। परिजन नहीं माने।
परिवार में कोहराम, पूरा गांव गमजदा शिव्यांश की हत्या से पूरा गांव गमजदा है। मृतक शिव्यांष तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके पिता विकास की कुछ वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है। उसके चाचा शुभम् मिश्रा, ताऊ सत्य प्रकाश मिश्रा, दादा कृष्ण कुमार मिश्रा सहित उसकी मां का रो-रो के बुरा हाल है। सिड़किड़ा ग्रामवासी भी इस घटना से स्तब्ध दिखे। ग्राम वासियों ने बताया अभियुक्त रिंकू ज्यादातर इन्हीं के घर में बना रहता था। किसी को कभी यह शंका ही नहीं थी कि इस प्रकार की घटना को अंजाम देगा। इसीलिए परिजनों ने शिव्यांश को रिंकू के साथ गाड़ी में बैठा देखकर भी कोईशकनहींकिया।
पुलिस कई बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है। अपहरण व हत्या की वजह क्या हो सकती है। आरोपियों ने किसी परिजन को फिरौती या रुपए मांगने को लेकर फोन नहीं किया। आरोपियों ने पुलिस को कबूलनामे में बताया कि शिव्यांश से रुपए लाने को कहा गया था। मगर 12 साल के बच्चे से इस तरह कोई रुपए की मांग कैसे कर सकता है? पुलिस की तफ्तीश इसी राह पर चल रही है।
मृतक बच्चे के चाचा शुभम मिश्रा पुत्र कृष्ण कुमार ने कहा कि उन्हें पहले ही गांव के रिंकू मिश्र पुत्र रमाकांत पर शक था। वहीं मास्टरमाइंड है। उसी ने हत्या की है। इस बारे में पुलिस को बताया था यहां तक रिंकू को पकड़कर पुलिस के हवाले भी कर दिया गया था मगर उससे कड़ाई से पूछताछ नहीं हुई। उधर पुलिस के अधिकारी भी अभी खुलकर इस पर कुछ नहीं बोल पा रहे हैं। उधर ग्रामीणों का कहना है कि मध्यमवर्गी खेती किसानी करने वाला वाला परिवार है। मृतक शिव्यांश के पिता की मौत हो चुकी है। उसके चाचा और अन्य परवरिश कर रहे हैं। शिव्यांश से आरोपियों ने कितनी रकम मांगी इसकी अलग अलग चर्चा है। कोई 15 लाख की बात कह रहा है तो 10 लाख की भी चर्चा है। इस रकम के बारे में आरोपियों ने किसी से कहलाया तो नहीं थी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
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