पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रखी दी है. बढ़ते हुए संक्रमित मरीजों का आंकड़ा और बदहाल स्वास्थय सुविधाओं का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. देश भर के अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की भारी किल्लत चल रही है. जिसके चलते मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसा ही हाल कुछ मध्य प्रदेश का भी है. शनिवार को प्रदेश के शहडोल जिले के मेडिकल कॉलेज में देर रात ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रेशर कम होने से 12 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है.
MP: 12 #COVID19 patients died allegedly due to oxygen shortage last night in Shahdol medical college.
— ANI (@ANI) April 18, 2021
Nobody died of oxygen shortage. Only 6 deaths were reported till 8 am. They were critical due to comorbidities. We have sufficient supply of oxygen: Satendra Singh, DM, Shahdol pic.twitter.com/Sgw6DId1Rq
पूर्व मुख्यमंत्री ने घेरा शिवराज सरकार को
शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई 12 मौतों को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेर लिया है. कमलनाथ ने कहा कि अब शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से मौतों की खबर बेहद ही दुखद है. भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, खंडवा, खरगोन में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी? आखिर कब तक प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से यूं ही मौतें होती रहेगी.
अब शहडोल में ऑक्सिजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद ख़बर ?
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 18, 2021
भोपाल , इंदौर , उज्जैन , सागर , जबलपुर , खंडवा , खरगोन में ऑक्सिजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी ?
आख़िर कब तक प्रदेश में ऑक्सिजन की कमी से यूँ ही मौतें होती रहेगी ?
अब शहडोल में ऑक्सिजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद ख़बर ?
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 18, 2021
भोपाल , इंदौर , उज्जैन , सागर , जबलपुर , खंडवा , खरगोन में ऑक्सिजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी ?
आख़िर कब तक प्रदेश में ऑक्सिजन की कमी से यूँ ही मौतें होती रहेगी ?