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अंतरिक्ष से धरती पर आई वाइन की 12 बोतलें, अब होगा जांच, ये है वजह

jantaserishta.com
15 Jan 2021 2:44 AM GMT
अंतरिक्ष से धरती पर आई वाइन की 12 बोतलें, अब होगा जांच, ये है वजह
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साल 2019 के नवंबर महीने में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फ्रांस की उच्च गुणवत्ता वाली बोर्दो रेड वाइन पहुंचाई गई थी. लक्जमबर्ग के स्टार्ट अप स्पेस कार्गो अनलिमिटेड ने इस वाइन की 12 बोतलों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजा था और ये बोतलें अंतरिक्ष में एक साल बिताने के बाद वापस धरती पर लौट आई हैं.

हालांकि अंतरिक्ष यात्रियों को इन 12 बॉटल्स के सैंपल चखने का मौका नहीं मिल पाया क्योंकि इन सभी बोतलों के ढक्कन को बंद किया गया था और इन्हें काफी सावधानी से पैक किया गया था. इन्हें एक स्टील के सिलेंडर में डाला गया था ताकि ये टूट ना पाएं. स्पेस कार्गो अनलिमिटेड कंपनी चाहती थी कि ये वाइन एक साल के लिए अंतरिक्ष में रहे ताकि इससे इस बात को समझा जा सके कि किसी जीरो ग्रैविटी पर्यावरण में वाइन के टेस्ट में कैसा बदलाव आता है.
इनमें से किसी भी बोतल को फरवरी के अंत तक खोला नहीं जाएगा. फरवरी के अंत में एक टेस्टिंग इवेंट में एक या दो बोतलों को खोलकर इन वाइन को टेस्ट किया जाएगा. इन वाइन्स की टेस्टिंग के लिए फ्रांस में वाइन के टॉप जानकारों और विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी. रेड वाइन पर चल रहे इस अध्ययन में स्पेस कार्गो अनलिमिटेड के अलावा फ्रांस की बोर्दो यूनिवर्सिटी, जर्मनी स्थित बेवेरिया यूनिवर्सिटी भी शामिल है.
इसके बाद कई महीनों तक इन वाइन की केमिकल टेस्टिंग भी होगी जिसमें वैज्ञानिक ये पता लगाएंगे कि आखिर शून्य गुरुत्वाकर्षण और अंतरिक्षीय विकिरण में रहने से वाइन के टेस्ट और गुणवत्ता पर क्या असर देखने को मिलता है. स्पेस कार्गो अनलिमिटेड के सीईओ निकोलस गॉमे का कहना है कि यूं तो इस वाइन को सैंपल करना काफी अनोखा अनुभव होगा लेकिन हमारा मुख्य उद्देश्य एग्रीकल्चर साइंस है.
उन्होंने आगे कहा कि हम देखना चाहते हैं कि एग्रीकल्चर स्तर पर स्पेस की मदद कैसे ली जा सकती है जहां से हमें ऑर्गेनिक के साथ स्वास्थ्य के लिए अच्छा खाना भी उपलब्ध हो सके और हमें लगता है कि इस मामले में अंतरिक्ष हमारे लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के चलते धरती पर कृषि के हालातों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में अंतरिक्ष के इन प्रयोगों के सहारे कृषि उद्योग को एक नई दिशा दी जा सकती है.


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