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एक साल के अंदर दिल्ली में लगे 1000 ईवी चार्जिंग पॉइंट

jantaserishta.com
9 Oct 2022 9:44 AM GMT
एक साल के अंदर दिल्ली में लगे 1000 ईवी चार्जिंग पॉइंट
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली में सिंगल विंडो सुविधा के तहत एक साल से कम समय में 1000 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चाजिर्ंग पॉइंट लगाने का काम पूरा किया गया है। दिल्ली सरकार इन 1000 चाजिर्ंग पॉइंट्स पर सब्सिडी के तौर पर 60 लाख रुपये खर्च करेगी। इसमें बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीएसईएस) द्वारा 315 स्थानों पर 682 चाजिर्ंग पॉइंट, बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) द्वारा 70 स्थानों पर 150 चाजिर्ंग पॉइंट और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) द्वारा 50 स्थानों पर 168 चाजिर्ंग पॉइंट शामिल हैं। इनमें से 59 प्रतिशत चार्जर आरडब्ल्यूए द्वारा, 15 प्रतिशत कार्यालय परिसर में और 13 प्रतिशत ई-रिक्शा पाकिर्ंग में लगाए गए हैं।
दिल्ली ईवी नीति 2020 के तहत, अब तक 72,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा चुके हैं, जिसमें वर्ष 2022 में ही 41,000 से अधिक ईवी बेचे गए हैं। हर महीने बेचे जाने वाले कुल वाहनों में ईवी का योगदान लगभग 10 प्रतिशत है। दिल्ली में भी इस साल मार्च में बिके कुल वाहनों का 12.5 फीसदी ईवी था, जो भारत में सभी राज्यों में सबसे ज्यादा है।
नवंबर 2021 में, दिल्ली सरकार ने निजी और अर्ध-सार्वजनिक स्थानों में ईवी चार्जर्स की स्थापना के लिए एक सिंगल विंडो सुविधा शुरू की थी। इसके अंतर्गत आवासीय स्थल जैसे अपार्टमेंट और ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी, अस्पताल जैसे संस्थागत भवन और वाणिज्यिक स्थान जैसे किराना स्टोर, दुकानें और मॉल इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इस सुविधा के माध्यम से, दिल्ली का कोई भी निवासी, डिस्कॉम के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से या कॉल करके अपने परिसर में पैनल में शामिल विक्रेताओं से चार्जर लगाने का अनुरोध कर सकता है।
उपभोक्ता एक विशेष ईवी टैरिफ के साथ एक अलग बिजली कनेक्शन के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। सिंगल विंडो सुविधा दिल्ली में किसी भी निवासी को अपने बिजली प्रदाता (डिस्कॉम) पोर्टल के माध्यम से पैनल में शामिल विक्रेताओं से ईवी चार्जर चुनने, ऑर्डर करने, स्थापित करने और भुगतान (सब्सिडी का शुद्ध) करने में सक्षम बनाती है। दिल्ली में 3 बिजली प्रदाता हैं जिनका नाम बीआरपीएल, बीवाईपीएल और टीपीडीडीएल है।
दिल्ली ईवी नीति में पहले 30,000 स्लो चाजिर्ंग पॉइंट के लिए 6000 रुपये प्रति चाजिर्ंग पॉइंट की सब्सिडी का प्रावधान है। 6,000 रुपये की सब्सिडी के बाद उपयोगकर्ता द्वारा किये गए भुगतान में ईवी चार्जर, इंस्टालेशन और 3 साल के लिए रखरखाव लागत शामिल है। सब्सिडी के बाद इन ईवी चार्जर्स की कुल कीमत मात्र 2,500 रुपये है।
सिंगल विंडो प्रक्रिया के तहत, दिल्ली सरकार ने डिस्कॉम के माध्यम से, नागरिकों को विभिन्न ईवी चार्जरों में से चुनने में मदद करने के लिए लगभग 10 विक्रेताओं को सूचीबद्ध किया है। ईवी चार्जर लगाने के लिए अनुरोध जमा करने के केवल 7 कार्य दिवस के भीतर वेंडर द्वारा स्लो और मॉडरेट चार्जर लगा दी जाती है। सिंगल विंडो सेवा के जरिये नागरिकों को विभिन्न चार्जर्स की कीमतों और विशेषताओं की तुलना करके सिंगल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भरोसेमंद ईवी चार्जर चुनने में मदद मिलती है। एक बार डिस्कॉम के पास अनुरोध जमा करने के बाद, पैनल में शामिल एजेंसी, जिसका ईवी चार्जर चुना गया है, साइट निरीक्षण के लिए उपभोक्ता से संपर्क करती है। यदि साइट व्यवहार्य पाई जाती है, तो ईवी चार्जर एजेंसी द्वारा परस्पर सहमत तिथि पर स्थापित किया जाता है।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, "पूरी दिल्ली में हम हर 3 किमी के दायरे में निजी और सार्वजनिक चाजिर्ंग सुविधाओं का नेटवर्क प्रदान कर पूरे शहर में ईवी चाजिर्ंग बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सिर्फ शुरूआत है क्योंकि दिल्ली सरकार अगले 3 वर्षों में 18,000 चाजिर्ंग पॉइंट स्थापित करने की योजना बना रही है, जिससे दिल्ली के नागरिकों के लिए आईसीई वाहन के बजाय इलेक्ट्रिक वाहन चुनना आसान हो जाएगा। 2024 के अंत तक, दिल्ली में खरीदे गए हर 4 नए वाहनों में से 1 इलेक्ट्रिक वाहन होगा।
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