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100 करोड़ वसूलीकांड: आज जेल से बाहर आएंगे अनिल देशमुख? चार्जशीट दाखिल करेगा ED

jantaserishta.com
27 Dec 2021 5:03 AM GMT
100 करोड़ वसूलीकांड: आज जेल से बाहर आएंगे अनिल देशमुख? चार्जशीट दाखिल करेगा ED
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मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ कथित 100 करोड़ रंगदारी मामले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस सप्ताह देशमुख के खिलाफ मामले में चार्जशीट दाखिल करेगा. इस मामले में यह दूसरी चार्जशीट होगी. ईडी ने देशमुख को इस मामले में 2 नवंबर को गिरफ्तार किया था, जबकि उनके निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे को जून महीने में गिरफ्तार किया गया था और 24 अगस्त को पलांडे और शिंदे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.

सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार, ईडी देशमुख के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है, जहां उन्होंने कथित तौर पर बर्खास्त सहायक निरीक्षक सचिन वाजे को मुंबई भर के बार और रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये प्रति माह वसूलने के लिए कहा था, जबकि एक अन्य पहलू की जांच एजेंसी द्वारा की जा रही है, जो पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों के आईपीएस और राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के संबंध में है.
12 अधिकारियों के बयान दर्ज
ईडी ने पुलिस अधीक्षक स्तर के करीब 12 अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं जिनमें आईपीएस और राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी शामिल हैं. आशंका जताई जा रही है कि इन अधिकारियों का तबादला देशमुख की सिफारिश पर हुआ है. जिन अधिकारियों के बयान दर्ज किए गए हैं उनमें पुणे पुलिस के डीसीपी ट्रैफिक राहुल श्रीरामे, अकोला जिले के एसपी जी श्रीधर शामिल हैं.
एजेंसी के सामने पेश हुए थे सीताराम कुंटे
7 दिसंबर को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, जो अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रधान मुख्य सलाहकार हैं, मुंबई कार्यालय में एजेंसी के सामने पेश हुए थे. दूसरा समन भेजे जाने के बाद कुंटे ईडी अधिकारियों के सामने पेश हुए. वह 30 नवंबर को मुख्य सचिव के पद से रिटायर हुए और उसी दिन उन्हें मुख्यमंत्री के प्रधान मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया.
अनिल परब के भी बयान दर्ज किए थे
इससे पहले, ईडी ने इसी मामले में महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब के बयान दर्ज किए थे, जबकि डिप्टी आरटीओ बजरंग खरमाते और उप सचिव कैलाश गायकवाड़ जैसे अधिकारियों से भी पूछताछ की गई थी और उनके बयान पहले भी इसी मामले में दर्ज किए गए थे. ईडी कार्यालय से निकलने के बाद कुंटे ने कहा कि उन्हें ईडी ने अनिल देशमुख मामले के संबंध में कुछ जानकारी के लिए बुलाया था और उन्होंने वही उपलब्ध कराई.
20-20 करोड़ का मामला
बर्खास्त असिस्टेंट इंस्पेक्टर सचिन वाजे ने ईडी को दिए अपने बयान में कहा था कि देशमुख और परिवहन मंत्री अनिल परब को पुलिस के 10डिप्टी कमिश्नर स्तर के अफसरों से 20-20 करोड़ रुपये मिले. वाजे के अनुसार, इस पैसे का भुगतान इन अधिकारियों ने मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा जारी किए गए अपने तबादले के आदेशों को पलटने के लिए किया था. कुंटे के पेश होने से पहले 3 दिसंबर को ईडी ने परमबीर सिंह का बयान भी दर्ज किया था.
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