भारत

10 साल के बच्चे का सिर काटा, परिजन सदमें में

Shantanu Roy
7 Sep 2024 6:15 PM GMT
10 साल के बच्चे का सिर काटा, परिजन सदमें में
x
बड़ी खबर
Begusarai. बेगूसराय। बेगूसराय में शनिवार को एक 10 साल के बच्चे का शव मिला। बच्चे का सिर धड़ से अलग था। जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने धारदार हथियार से बच्चे का गला काटकर उसकी हत्या कर दी। फिर पास की झाड़ी में छिप गया और गड़ासा से खून साफ करने लगा। इसी बीच ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और जमकर उसकी पिटाई कर दी। फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे की हत्या क्यों की गई, इसका पता अभी नहीं चल पाया है। मृतक की पहचान अनिल कुमार महतो के बेटे अंकुश कुमार(10) के रूप में की गई है। आरोपी विजय कुमार महतो (35) भी उसी गांव का रहने वाला है। घटना मंसूरचक थाना क्षेत्र के साठा
बरकुरवा गांव की है।

डीएसपी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। सभी पहलुओं पर मामले की छानबीन चल रही है। लोगों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पिता अनिल कुमार महतो ने बताया, 'बच्चे आए दिन इधर खेलने आते हैं। आज भी सभी बच्चे खेलने आए थे। इसके कुछ देर बाद जब मेरा बच्चा नहीं मिला तो उसको ढूंढना शुरू किए। इस दौरान बहियार से लोगों की आवाज आई की यहां एक बच्चे का सिर धड़ से अलग मिला है। जब पास जाकर देखे तो मेरा ही बच्चा था। आरोपी को जब हमलोगों ने खोजने की कोशिश की तो देखा वो झाड़ियों में छिपकर गड़ासा में लगा खून साफ कर रहा था। एक भतीजे का हाथ भी कटा मिला है। उसने एक-दो और आदमी का भी हाथ काटा है। फिर ग्रामीणों ने उसे पकड़ा और पिटाई कर दी। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।' अनिल कुमार महतो ने कहा कि आरोपी को कड़ी से कड़ी
सजा मिलनी चाहिए।

प्रशासन हमारी परिस्थिति को देखते हुए मदद करे। अंकुश कुमार के चाचा संजय कुमार ने कहा कि उनका भतीजा दलसिंहसराय के एक निजी स्कूल में हॉस्टल में रह कर पढ़ाई करता था। वह चौथी क्लास का स्टूडेंट था। शुक्रवार को पर्व में घर आया था। फिर सोमवार को हॉस्टल जाने वाला था, लेकिन उससे पहले ही उसकी हत्या हो गई। घर से उसका हॉस्टल 10 किलोमीटर दूर है। चाचा के मुताबिक, आज वह ड्रेस तैयार करवाने के लिए दर्जी के यहां गया था। वहां से वापस लौटने के दौरान आरोपी ने उसे पकड़ लिया। आरोपी के संबंध में चर्चा है कि वह जब कभी घर से बाहर निकलता था तो एक झोले में धारदार गड़ासा रखता था। ग्रामीणों के मुताबिक, आरोपी विजय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। आरोपी 3 साल पहले अचानक घर से लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी वह नहीं मिला। वहीं, चार महीना पहले वह अचानक गांव आया, लेकिन आने के साथ ही वह ज्यादातर घर में ही बंद रहता था। तीन-चार दिन में कभी एक बार बाहर निकलता था। मृतक के परिवार से उसका कोई विवाद भी नहीं था। वहीं, घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से फांसी की सजा दी जाए।
Next Story