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कृषि मेला में पहुंचा 1 करोड़ का सांड, खरीदारों की उमड़ी भीड़

jantaserishta.com
15 Nov 2021 3:37 AM GMT
कृषि मेला में पहुंचा 1 करोड़ का सांड, खरीदारों की उमड़ी भीड़
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नई दिल्ली: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयोजित कृषि मेला में एक सांड आकर्षण का केंद्र बना रहा। इसकी वजह है कि इस सांड की कीमत 1 करोड़ रुपए है और यह अभी महज 3.5 साल का ही है। इस सांड का नाम कृष्णा है और इसे देखने वालों और खरीदारों की भीड़ उमड़ी रही। सांड मालिक बोरेगौड़ा का कहना है कि कृष्णा हल्लीकर नस्ल का सांड है और इसके सीमन की डिमांड सबसे अधिक होती है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कृष्णा नाम का एक हल्लीकर नस्ल का बैल बेंगलुरु में कृषि मेला 2021 में मुख्य आकर्षणों में से एक है और इसके वीर्य की बहुत मांग है। सांड की दुर्लभ नस्ल को दक्षिण भारत में मातृ नस्ल के रूप में जाना जाता है और यह विलुप्त हो रही है।
एएनआई से बात करते हुए मालिक बोरेगौड़ा ने कहा कि कृष्ण 3.5 साल पुरानी हल्लीकर नस्ल है। आजकल हल्लीकर नस्ल विलुप्त हो रही है। हल्लीकर सभी देशी नस्लों के लिए मातृ नस्ल है। हमने हल्लीकर नस्ल का एक वीर्य बैंक स्थापित किया है। जहां हम 1,000 रुपये में एक वीर्य की छड़ी बेचते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार, मांड्या जिले के मालवल्ली में किसी ने हल्लीकर नस्ल का वीर्य बैंक नहीं बनाया है। हमने इसे निजी तौर पर स्थापित किया है। महीने में हम 8 बार कृष्णा से वीर्य निकालते हैं। हम एक बार में 300 सीमन की छड़ें बनाते हैं। इससे महीने में करीब 24 लाख रुपये की कमाई हो सकती है।
उन्होंने कहा कि हमने अन्य जिलों जैसे दावणगेरे, रामनगर, चिकमगलूर आदि में एक सीमन सेंटर बनाया है और हम बेंगलुरु के दशरहल्ली में भी एक सेंटर खोल रहे हैं। जो किसान हल्लीकर नस्ल का वीर्य खरीदना चाहते हैं, वे इसे पास के सेंटर्स पर खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि कृष्णा का वजन करीब 1 टन है और उसके सीमन की मांग अधिक है।


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