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सांसदों-विधायकों को BJP की हिदायत, दोबारा ना हो लखीमपुर जैसी घटना; विवादित बयानों से भी बचने को कहा

Rani Sahu
8 Oct 2021 5:59 PM GMT
सांसदों-विधायकों को BJP की हिदायत, दोबारा ना हो लखीमपुर जैसी घटना; विवादित बयानों से भी बचने को कहा
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लखीमपुर खीरी कांड को लेकर घिरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शुक्रवार को अपने सभी सांसदों और विधायकों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनके क्षेत्र में इस तरह की फिर कोई घटना ना हो

लखीमपुर खीरी कांड को लेकर घिरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शुक्रवार को अपने सभी सांसदों और विधायकों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनके क्षेत्र में इस तरह की फिर कोई घटना ना हो। इस मामले से अवगत एक नेता ने यह जानकारी दी। पार्टी नेताओं को विवादित बयानों से भी बचने की हिदायत दी गई। लखीमपुर खीरी के सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी भी इस बैठक में मौजूद थे। टेनी के बेटे को ही हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया है।

मध्य यूपी में पड़ने वाले अवध क्षेत्र के सांसदों और विधायकों की बैठक के दौरान पार्टी ने यह चेतावनी जारी की। 2022 विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने के लिए यह बैठक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के आधिकारिक आवास 5 कालीदास मार्ग पर हुई। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे, जो दिन में गोरखपुर में थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, महासचिव (संगठन) सुनील बंसल ने भी सांसदों और विधायकों को संबोधित किया। प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने सांसदों और विधायकों को सजग रहने को कहा। लखमीपुर खीरी जैसी घटना दोबारा ना होने देने और विवादित बयानों से बचने को कहा, जो विपक्ष को और हथियार दे सकता है। इस मामले से अवगत पार्टी नेता ने यह जानकारी दी।
बीजेपी नेता ने कहा, ''जनप्रतिनिधियों से कहा गया कि वे अपने क्षेत्र में रहें, लोगों से मिलें और केंद्र व राज्य सरकार की ओर से शुरू की गईं योजनाओं के बारें में उन्हें बताएं। सांसदों को सार्वजनिक मंचों या सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष के हमले का मुकाबला करने के लिए भी कहा गया। मुख्यमंत्री ने सांसदों और विधायकों से उनके क्षेत्र में हो रहे विकास और कल्याणकारी योजनाओं का फीडबैक लिया। यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि सभी प्रॉजेक्ट समय पर पूरे हों।
नेताओं से यह भी कहा गया कि वे विधानसभा चुनाव के लिए अपने संसाधनों को जुटा लें क्योंकि विपक्षी दल राज्यभर में सार्वजनिक रैली, बैठकें और यात्रा में जुटे हैं। सांसदों-विधायकों से कहा गया कि 2022 में पार्टी की जीत सुनिश्चत करने के लिए गांव से प्रदेश स्तर तक बीजेपी इकाइयों को साथ मिलकर काम करना होगा। उन्हें बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने को कहा गया। अक्टूब अंत तक संगठन के सभी काम पूरे करने को कहा गया।


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