लखनऊ। चिनहट में 27 मई को डॉक्टर संदीप जायसवाल पर हुए जानलेवा हमले के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्ज़े से वारदात में इस्तेमाल पिस्टल और फार्च्यूनर कार बरामद हुई है. एडीसीपी ईस्ट क़ासिम आब्दी ने बताया कि चिनहट में रहने वाले डॉक्टर संदीप जायसवाल का इंदिरा नगर में हर्षित हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के नाम से अस्पताल है. 27 मई की रात करीब 11:45 पर डॉक्टर संदीप अस्पताल से घर लौट रहे थे तो घर से करीब 300 मीटर पहले उनकी एक्सयूवी को एक फार्च्यूनर ने ओवरटेक कर रोका और उससे उतरे दो युवकों ने ड्राइविंग सीट पर बैठे डॉक्टर जायसवाल के सिर पर गोली मारी और ईंट से भी दो तीन वार किए.
फायरिंग की आवाज़ सुन सामने के घर से हवाई फायरिंग की गई जिसके बाद हमलावर युवक भाग निकले. पुलिस ने बुरी तरह घायल डॉक्टर जायसवाल को अस्पताल में भर्ती कराया जहां अब भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. मामले की जांच में जुटी पुलिस को घटना की सीसीटीवी फुटेज मिल गई थी जिसमें वारदात में इस्तेमाल हमलावरों की सफेद फार्च्यूनर का नंबर आ गया था. पुलिस ने फार्च्यूनर के जरिये आरोपी आमिर और राशिद चौधरी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस हिरासत में आरोपियों ने बताया कि उनके बड़े भाई ख़ालिद की डॉक्टर जायसवाल से जान पहचान थी. कुछ दिन पहले उनके बड़े भाई कोरोना पॉजिटिव हुए थे. इलाज के लिए डॉक्टर जायसवाल के अस्पताल में भर्ती हुए थे. आरोपियों के मुताबिक डॉक्टर जायसवाल उनके भाई का सही से इलाज नहीं कर रहे थे और कुछ पूछने पर उनको सही से जवाब भी नहीं देते थे. इस दौरान उनके भाई की हालत बहुत बिगड़ और डॉक्टर जायसवाल ने उन्हें अपोलो अस्पताल ले जाने की सलाह दी. अपोलो में इलाज के दौरान ही ख़ालिद की मौत हो गई. भाइयों ने बताया कि इलाज में उनकी भाभी के जेवर तक बिक गए थे. भाई की मौत, भाभी के ज़ेवर बिकने का जिम्मेदार आमिर और राशिद डॉक्टर जायसवाल को मानते थे, इएलिये दोनों भाईयों ने डॉक्टर को गोली मारी थी.