पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल : राज्यपाल धनखड़ से मिलीं ममता, भाजपा के निलंबित विधायकों को भाग लेने का न्योता नहीं

Shiddhant Shriwas
10 Jun 2022 9:29 AM GMT
पश्चिम बंगाल : राज्यपाल धनखड़ से मिलीं ममता, भाजपा के निलंबित विधायकों को भाग लेने का न्योता नहीं
x

बंगाल विधानसभा (विस) का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू। इसमें राज्यपाल को प्रदेश के समस्त सरकारी विश्वविद्यालयों (विवि) के कुलाधिपति व निजी विवि के विजिटर पद से हटाकर उनकी जगह क्रमश: मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को लाने समस्त कई विधेयक पेश किए जाएंगे। सात दिनों का सत्र होने पर भी पांच दिन ही विस की कार्यवाही चलेगी इसलिए ममता सरकार को पांच दिनों में ही ये सारे बिल पास कराने होंगे। सत्र के प्रथम दिन दिवंगत विशिष्टजनों को श्रद्धांजलि व शोक प्रस्ताव पारित होने के साथ सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी। दिवंगत मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नथ उर्फ केके को भी विधानसभा में श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिनका पिछले दिनों प्रोग्राम के दौरान कोलकाता में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।


दूसरी तरफ विस स्पीकर बिमान बनर्जी ने 17 जून तक चलने वाले मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी, विधानसभा भाजपा के चीफ व्हिप मनोज तिग्गा समेत भाजपा के निलंबित सात विधायकों को आमंत्रित नहीं करने का निर्देश दिया है। इस बाबत विधानसभा सचिवालय की तरफ से उन जिलों के डीएम को पत्र लिखा गया है, जिनके तहत उन विधायकों के विस क्षेत्र आते हैं। इन विधायकों में सुवेंदु व मनोज के अलावा सुदीप मुखोपाध्याय, मिहिर गोस्वामी, शंकर घोष, दीपक बर्मन व नरहरि महतो शामिल हैं। सुवेंदु विस में विपक्ष के नेता भी हैं जबकि मनोज टिग्गा पार्टी के चीफ व्हिप हैं। इन सभी को गत 28 मार्च को विस में अशांति फैलाने व मारपीट के आरोप में निलंबित किया गया है। भाजपा विधायकों ने 13 जून से सत्र का बहिष्कार कर माक विधानसभा सत्र आयोजित करने की तैयारी में है। इन लोगों का कहना है कि जब तक साथी विधायकों का निलंबन वापस नहीं होगा तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

जानकारों का कहना है कि सरकार को प्रत्येक विवि के मामले में अलग-अलग बिल लाकर उसे पारित कराना होगा क्योंकि ये विवि स्वायत्त संस्था हैं इसलिए कानूनी तौर पर कुलाधिपति के पद पर राज्यपाल के बदले किसी और को लाने के लिए विस में संशोधन विधेयक लाना जरुरी है। संशोधन बिल को पारित कराने से पहलेे उसपर चर्चा जरुरी है। इसकी समयावधि आधे घंटे से लेकर दो घंटे तक की हो सकती है इन विधेयकों को पारित कराने के लिए चर्चा में ही अच्छा-खासा समय लग सकता है। बंगाल में वर्तमान में सात सरकारी विवि हैं जबकि निजी विवि की संख्या पांच से सात हैं।
राजनीतिक खींचतान के बीच राज्यपाल धनखड़ से मिलीं ममता
-राजनीतिक खींचतान के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात कीं। धनखड़ द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए दृश्यों में ममता के साथ शहर के मेयर फिरहाद हकीम और कुछ अन्य अधिकारी राज्यपाल के आधिकारिक आवास पर थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को धनखड़ और उनकी पत्नी का अभिवादन करते देखा गया, जिसके बाद उन्हें फूलों की एक विशाल पेंटिंग पर हस्ताक्षर करते देखा गया।
Next Story