पश्चिम बंगाल

रॉयल बंगाल टाइगर शीला ने दिया पांच शावकों को जन्म

Renuka Sahu
15 March 2022 2:25 AM GMT
रॉयल बंगाल टाइगर शीला ने दिया पांच शावकों को जन्म
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फाइल फोट 

बंगाल की शान कहे जाने वाले रॉयल बंगाल टाइगर को लेकर अच्छी खबर आई है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बंगाल (West Bengal) की शान कहे जाने वाले रॉयल बंगाल टाइगर (Royal Bangal Tiger) को लेकर अच्छी खबर आई है. पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी (Siliguri) के बंगाल सफारी पार्क (Bengal Safari) में रॉयल बंगाल टाइगर 'शीला' ने पांच शावकों को जन्म दिया है. शीला ने बीते गुरुवार यानि 10 मार्च को शावकों को जन्म दिया. फिलहाल सभी पांच शावक और मां शीला सभी स्वास्थ्य हैं. शावकों के जन्म के बाद पार्क में खुशी का माहौल है. शीला अब तक 10 शावकों को जन्म दे चुकी हैं. इसे पहले शीला ने 2020 में 3 शावकों को जन्म दिया था.

सिलीगुड़ी बंगाल सफारी में रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए खास जोन बनाया गया है. यहां अब तक कुल 4 बाघ थे, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है. ये पार्क 297 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जिसमें से 20 हेक्टेयर की जमीन टाइगर सफारी के लिए संरक्षित है. गौरतलब है कि रॉयल बंगाल टाइगर्स की प्रजाति के मिटने पर ही बड़ा खतरा मंडरा रहा है. हालांकि सरकारों द्वारा इनकी सुरक्षा के तमाम उपाय किए जा रहे हैं, जिसके बाद साल 2012 से इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है. अब भारत, म्यांमार, नेपाल और भूटान में कुल मिलाकर इनकी आबादी 2650 से 3500 के बीच हो गई है.

सफारी के 45 जानवरों को लिया गया गोद
जानवरों को गोद लेने की प्रक्रिया पारिस्थिकी तंत्र को बनाए रखने में मददगार है. इसी उद्देश्य से बंगाल सफारी पार्क में भी जानवरों को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है. बीते आठ महीनों में बंगाल सफारी के कुल 45 जानवरो और पक्षियों को गोद लिया गया है. संख्या बढ़ाने के लिए बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन जनसंपर्क बढ़ाने पर ज़ोर दे रही है. बताते चलें की बीते साल 2021 के जुलाई महीने से बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन ने जानवरों को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की थी. प्रक्रिया को शुरू किए अभी लगभग 8 महीने ही हुए हैं और करीब 6 जानवर और पक्षी प्रति महीने की औसत से अब तक कुल 45 लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है.
कोरोना के तीसरी लहर के दौरान राज्य सरकार द्वारा जारी विधि-निषेध के बाद इस योजना ने रफ्तार पकड़ी है. पहली बार अलबिनों प्रजाति की बाघिन और एशियाई काले भालू को गोद लिया गया है.
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