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नशीली दवाओं के इस्तेमाल व तस्करी के प्रति लोगों को जागरूक, इस करोबार पर लगाम नहीं लग पा रहा
नशीली दवाओं की तस्करी का जाल आगरा से दस राज्यों तक फैल चुका है। पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की टीमें आगरा से नशीली दवाओं के कारोबार को मिटाने में जुटी हैं। 26 जून को जिले में मद्य निषेध दिवस मनाया जाएगा। स्वास्थ्य, औषधि, शिक्षा आदि विभाग नशीली दवाओं के इस्तेमाल व तस्करी के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे।
कमला नगर निवासी अरोड़ा बंधु जिले में पहले दवा माफिया घोषित हुए हैं। पुलिस व प्रशासन इनकी संपत्तियां चिह्नित कर रहा है। ये दोनों भाई नारकोटिक्स की प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी में लिप्त मिले। पंजाब पुलिस इन्हें आगरा से गिरफ्तार कर ले गई थी। इनके अलावा कमला नगर निवासी पंकज गुप्ता को गिरफ्तार किया जा चुका है। औषधि विभाग के अनुसार जिले में 30 से अधिक लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके विरुद्ध मुकदमे लंबित हैं।
फव्वारा दवा बाजार में नारकोटिक्स सहित 10 राज्यों की पुलिस छापामारी कर चुकी है। औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि कफ सीरप, नींद की गोलियों का इस्तेमाल नशे के लिए होता है। ऐसे लोगों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है। आगरा से पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अलावा बिहार के रास्ते बांग्लादेश तक कफ सीरप व नींद की गोलियों की तस्करी होती है। तमाम कार्रवाई के बावजूद प्रभावी अंकुश नहीं लग सका है।
दिलाएंगे शपथ
मुख्य विकास अधिकारी ए मनिकंडन ने बताया कि नशा जीवन बर्बाद करता है। नशामुक्ति व नशीली दवाओं के प्रति लोगो को जागरूक किया जाएगा। 26 जून को विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी। लोगों को शपथ दिलाई जाएगी। नशीले पदार्थों के विरुद्ध कार्रवाई भी होगी।