पश्चिम बंगाल

चुनावी हिंसा में हुई मौतों पर संवेदना व्यक्त करने की बजाय ममता सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए: रविशंकर प्रसाद

Rani Sahu
13 July 2023 12:20 PM GMT
चुनावी हिंसा में हुई मौतों पर संवेदना व्यक्त करने की बजाय ममता सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए: रविशंकर प्रसाद
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कोलकाता (आईएएनएस)। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा और खून-खराबे को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कार्रवाई शुरू करनी चाहिए थी, लेकिन इसकी बजाय वह हिंसा की इन घटनाओं में मरने वालों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त कर रही हैं।
प्रसाद त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के लिए मतदान के दौरान हिंसा, झड़प और खून-खराबे की घटनाओं की समीक्षा करने के लिए बुधवार को यहां पहुंचे चार सदस्यीय भाजपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार सुबह राजभवन में राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस से मुलाकात की। बैठक से निकलने के बाद प्रसाद ने मीडियाकर्मियों से बात की। उन्‍होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने राज्यपाल से इस हिंसा और नरसंहार को समाप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है।
उन्‍होंने कहा, “मुझे मीडिया से पता चला है कि मुख्यमंत्री ने मौतों पर शोक व्यक्त किया है। लेकिन अब संवेदना व्यक्त करने का क्या मतलब है? केवल संवेदना व्यक्त करने से कोई परिणाम नहीं निकलेगा। अब कार्रवाई की जरूरत है।''
प्रसाद ने कहा कि राज्य प्रशासन अपनी विश्वसनीयता और संवेदनशीलता दोनों खो चुका है। उन्‍होंने कहा, “हमारा उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि ममता बनर्जी अपना प्रशासन कैसे चला रही हैं। इसके लिए हमें किसी से इजाजत की जरूरत नहीं है। हम यहां आम लोगों का दर्द महसूस करने और समझने आए हैं। कल हमने जो देखा वो बेहद दर्दनाक था। आज हम दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में जाएंगे और वहां के लोगों से बात करेंगे। इसके बाद हम उत्तर बंगाल जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि हमें पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मिलने से नहीं रोका जाएगा।”
तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा ने जानबूझकर पश्चिम बंगाल को बदनाम करने के लिए केंद्रीय टीम भेजी है। उन्‍होंने कहा, “रविशंकर प्रसाद ने केंद्रीय कानून मंत्री की अपनी कुर्सी खो दी है। वह अब अपनी पार्टी नेतृत्व की नजरों में अच्‍छा बनने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसलिए वह ऐसी बातें कह रहे हैं।”
प्रतिनिधिमंडल के अन्य तीन सदस्यों में मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त सत्यपाल सिंह, पार्टी सांसद राजदीप रॉय और रेखा वर्मा शामिल हैं। वर्मा भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
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