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पश्चिम बंगाल
ईडी ने राज्य के एससएसी शिक्षक नियुक्ति घोटाले West Bengal SSC Scam की जांच की शुरू
Ritisha Jaiswal
27 May 2022 10:07 AM GMT
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सीबीआइ और आयकर विभाग के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के एससएसी शिक्षक नियुक्ति घोटाले West Bengal SSC Scam की जांच शुरू कर दी है।
सीबीआइ और आयकर विभाग के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के एससएसी शिक्षक नियुक्ति घोटाले West Bengal SSC Scam की जांच शुरू कर दी है। ईडी ने सीबीआइ से घोटाले की जांच के लिए दर्ज की गई चारों एफआईआर की प्रति, अब तक जांच में मिले दस्तावेज व तथ्यों की प्रति भी मंगवा ली है। एजेंसी घोटाले में हुए आर्थिक लेनदेन की जांच कर रही है । ईडी सूत्रों के मुताबिक जल्द ही नियुक्तियों में हुए घोटाले से जुड़े आर्थिक लेनदेन की जांच के लिए एफआईआर दर्ज की जाएगी।
करोड़ों के लेन देन का सुराग
एसएससी नियुक्ति की हाइकोर्ट के आदेश के बाद जांच कर रही सीबीआइ को करोड़ों के लेनदेन का पता चला है। राज्य की विपक्षी पार्टियां नियुक्ति घोटाले की रकम को सैकड़ों करोड़ तक पहुंचने का दावा कर रहे हैं। हाइकोर्ट ने भी एसएससी की परामर्श समिति के सदस्यों व इस मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी व मौजूदा शिक्षा राज्यमंत्री परेश अधिकारी की सम्पति का ब्योरा जांच एजेंसी को देने को कहा है।
आर्थिक भ्रष्टाचार का केस दर्ज करेगी ईडी
इधर ईडी सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ की ओर से दर्ज एफआईआर व दस्तावेजों की जांच के बाद एजेंसी आर्थिक भ्रष्टाचार का केस दर्ज करेगी। जरूरत पड्ने पर आरोपियों को पूछताछ का बुलावा भी भेजा जाएगा।
ईडी की हिरासत में राज उगल रहा है गुरुपद माझी
- कोयला तस्करी मामला
कोलकाता. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गिरफ्त में मौजूद कोयला तस्करी मामले का आरोपी गुरुपद माझी कई राज उगल रहा है। उसे गुरुवार को जांच में सहयोग नहीं करने पर तीन दिन की हिरासत में लिया गया है। वह कोयला घोटाला मामले में फरार घोषित किए विनय मिश्रा का करीबी है। मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने गत सितम्बर में विनय के करीबी व्यवसायियों नारायण नंदा, गुरुपद माझी, निरोद मंडल और जयदेव मंडल को आसनसोल-बांकुरा से गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। अब गुरुपद को ईडी ने गिरफ्त में लिया है। जांच एजेंसियों को पता चला है कि कोयले की तस्करी के सिंडीकेट में शामिल कई व्यवसायी वाममोर्चा सरकार के समय से सक्रिय थे। उस दौर में कोयले की तस्करी का पूरा साम्राज्य जयदेव मंडल के हाथों में था। वर्ष 2011 में कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने जयदेव को कोलकाता के न्यू मार्केट इलाके से गिरफ्तार किया था। वहीं पुरुलिया में कोयले की तस्करी पर गुरुपद माझी का नियंत्रण था।
- मवेशी तस्करी और कोयला तस्करी के मामले में किया गया था तलब
कोलकाता. सीबीआइ की ओर से मवेशी तस्करी के मामले में तृणमूल बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुव्रत मंडल और कोयला तस्करी मामले में तलब किए गए तृणमूल के विधायक शैकत मोल्ला शुक्रवार को जांच एजेंसी के कार्यालय नहीं पहुंचे। अनुव्रत और शैकत ने उन्हें १५-१५ दिनों की मोहलत देने की मांग की। अनुव्रत ने तो यह भी कहा कि जांच एजेंसी चाहे तो उनके बोलपुर स्थित आवास में आकर पूछताछ कर सकती है। वे इसी हफ्ते खराब तबीयत का हवाला देकर चुनावी हिंसा से जुड़े मामले में सीबीआइ की पूछताछ को नजरअंदात कर चुके हैं। वही कैनिंग (पूर्व) विधायक मोल्ला ने प्रशासनिक कार्यों में व्यस्त रहने के कारण उपस्थिति में असमर्थता जताई।
शैकत ने भेजा ईमेल
तृणमूल विधायक शैकत को सीबीआइ ने शुक्रवार को एजेंसी के निजाम पैलेस कार्यालय में मौजूद रहने के लिए कहा गया था। उन्होंने अपने वकीलों के माध्यम से सीबीआइ को ईमेल भेजकर सूचित किया कि उनके मुवक्किल पूछताछ के लिए उपस्थित होने में असमर्थ हैं। सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मोल्ला का ईमेल प्राप्त होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने मेल सीबीआइ के नई दिल्ली स्थित निदेशालय में उच्च अधिकारियों को अग्रेषित कर दिया गया है। निदेशालय तय करेगा कि मोल्ला को 15 दिन का समय दिया जाएगा या नहीं।
Ritisha Jaiswal
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