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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाया आरोप
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर जैसे छोटे राज्य में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित नहीं कर सकते तो वह पूरे देश को कैसे चला सकते हैं।
सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि 170 से अधिक केंद्रीय टीमें बंगाल भेजी गयी , लेकिन इन टीमों को पिछले 100 दिनों से जल रहे मणिपुर में नहीं भेजा गया। ये टीम दिल्ली भी नहीं भेजी गयी , जहां पहलवानों पर हमला किया गया और न ही उत्तर प्रदेश या मध्य प्रदेश भेजी गयी। उन्होंने जोर दिया कि आने वाले दिनों में टीम इंडिया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से हटाकर गांधी जी के भारत छोड़ो आंदोलन के आदर्श ही राह पर चलेगी।
भाजपा को हिंसा का सौदागर बताते हुए उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा हुई तो 2.31 लाख नामांकन कैसे हो सकते हैं। भाजपा , माकपा और कांग्रेस इतनी जगहों पर बोर्ड कैसे बनाएगी? हमारे तृणमूल कांग्रेस के 20 कार्यकर्ता कैसे मरे? उनकी मौत के पीछे भाजपा का हाथ है। उन्होंने कहा “उनका अंत निकट है और हमें इसे केवल छह महीने और सहन करना होगा। टीम इंडिया हमारे लोकतंत्र के लिए उनके खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार हैं।' हम सीटें देंगे लेकिन अपना सिर और सम्मान नहीं।
उन्होंने दोहराया “ क्या उन्हें उत्तर प्रदेश में दलितों का घोर अपमान देखकर शर्म नहीं आती। अब वे समान नागरिक संहिता लेकर आए हैं। कोई यूसीसी नहीं होगा। जिस तरह हमने एनआरसी-सीएए का विरोध किया, हम यूसीसी का भी विरोध करेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि हम एक विशाल देश हैं जहां विविधता में एकता ही हमारी ताकत है। हर धर्म के अपने-अपने रीति-रिवाज होते हैं परंपराओं। क्या उन्होंने कभी इस बारे में सोचा है? नहीं, वह किसी भी मामले पर किसी से कोई चर्चा नहीं करते।”
उन्होंने आरोप लगाया कि दूरदर्शन को मोदी दर्शन में बदल दिया है और केवल मन की बात और भाजपा की बात में लगे हैँ।. भाजपा के वॉशिंग मशीन में घुसकर सभी अपराधी स्वच्छ करार दिये जा रहे हैँ। देश में महिलाओं ने पहले कभी इतना असुरक्षित महसूस नहीं किया। यह इसलिए मैं उनसे पहले अपने राज्य की देखभाल करने के लिए कहती हूं। उन्होंने कहा “हम बंगाल में शांति से रह रहे हैं। अगर वह हर बात पर बंगाल को बदनाम और धमकाते रहेंगे तो वह देश कैसे चलायेंगे ? यह याद रखना चाहिए कि बंगाल के लोगों ने कभी आत्मसमर्पण नहीं किया है। हमें सम्मान के अलावा कुछ नहीं चाहिए। वह मुझे गाली दे सकते हैं लेकिन बंगाल के लोगों और भूमि को गाली देनी चाहिए।”
सुश्री बनर्जी ने कहा कि उनकी (भाजपा) सरकार के सिर्फ छह महीने बचे हैं। ईडी-सीबीआई भेजकर नेताओं को डराने-धमकाने और गिरफ्तार करने और चुनावी लाभ लेने की खूब कोशिशें की जा रही हैं लेकिन वे अपने प्रयासों में सफल नहीं होंगे। सीजेआई को चुनाव आयुक्तों के चयन पैनल से बाहर रखा गया है इसके बजाय भाजपा के एक कैबिनेट मंत्री को लाया गया है। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव कैसे हो सकता है। क्या वे अब ईवीएम मशीनों को हाईजैक करेंगे या मतदान प्रक्रिया में हेरफेर करेंगे।