पश्चिम बंगाल

कोलकाता में एशिया का पहला और अनोखा कैफे जहां काम करते है HIV पॉजिटिव कर्मचारी, जागरूकता के साथ रोजगार पैदा करना है उद्देश्य

Renuka Sahu
7 April 2022 4:16 AM GMT
कोलकाता में एशिया का पहला और अनोखा कैफे जहां काम करते है HIV पॉजिटिव कर्मचारी, जागरूकता के साथ रोजगार पैदा करना है उद्देश्य
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फाइल फोटो 

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में विशेष रूप से एचआईवी पॉजिटिव कर्मचारियों द्वारा संचालित एशिया का पहला कैफे खुल गया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पश्चिम बंगाल के कोलकाता (Kolkata) में विशेष रूप से एचआईवी पॉजिटिव (HIV Positive) कर्मचारियों द्वारा संचालित एशिया का पहला कैफे खुल गया है. कैफे पॉजिटिव का उद्देश्य एचआईवी पॉजिटिव लोगों के लिए जागरूकता फैलाना और रोजागार (Employment) पैदा करना है. स्टाफ में 7 किशोर शामिल हैं, सभी एचआईवी पॉजिटिव हैं. कैफे के मालिक, कल्लोल घोष ने आनंदघर की स्थापना की, जो एनजीओ है और मानसिक स्वास्थ्य से प्रभावित बच्चों और एचआईवी पॉजिटिव लोगों के साथ काम करता है. ये फ्रैंकफर्ट में एक कैफे से प्रेरित है, जो पूरी तरह से एचआईवी पॉजिटिव लोगों द्वारा चलाया जाता था. कल्लोल घोष ने कहा कि ये बच्चे कहां जाएंगे? किशोर न्याय कानून के अनुसार कोई भी व्यक्ति 18 लाल की आयु के बाद घर में नहीं रह सकता है. घरों के बाद बच्चे कहां जाएंगे? उन्हें रोजगार की जरूरत है.

घोष के मुताबिक, उन्होंने पहली बार 2018 में कैफे खोला था और अब कारोबार का विस्तार कर रहे हैं. घोष ने कहा कि उनकी योजना पूर्वी भारत में ऐसे 30 और कैफे खोलने की है और प्रशिक्षण के लिए 800 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया है. हालांकि घोष ने कहा कि कैफे की प्रतिक्रिया हमेशा सकारात्मक नहीं रही है. कुछ लोग असहज हो जाते हैं. अगर वे आते हैं और पता चलता है कि स्टाफ एचआईवी पॉजिटिव है, तो हम उन्हें सब कुछ समझात हैं और अधिकांश लोग समझ जाते हैं. हालांकि कुछ लोग चले भी जाते हैं.
ये समस्या आई सामने
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार घोष ने कहा कि शुरुआत में कैफे के आसपास के लोगों को संदेह हुआ लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हो गया कि एचआईवी पॉजिटिव लोग अन्य इंसानों की तरह होते हैं. घोष ने कहा कि एक समस्या जिसका मुझे करना पड़ा है वो शेफ की होती है. मैं ऐसे और कैफे खोल रहा हूं. मुझे इन बच्चों की मदद के लिए पेशेवर शेफ की जरुरत है. मुझ एक शेफ ने बताया कि उसका परिवार यहां आने पर आपत्ति करता है, इसलिए वो ज्वाइन नहीं कर पाएगा.
रोजगार पैदा करना है उद्देश्य
कैफे का मुख्य उद्देश्य न केवल एचआईवी और उन लोगों के बारे में जागरूकता फैलाना है जो एचआईवी पीड़ति हैं. बल्कि लोगों को रोजगार भी प्रदान करना है. ये जगह अपनी कॉफी और सैंडविच के लिए जाना जाती है और आमतौर पर पेशेवरों, कॉलेज के छात्रों और युवा वस्यक यहां आते हैं.
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