पश्चिम बंगाल

हावड़ा में हिंसा के बाद कई हिस्सों में धारा 144 लागू, 13 जून तक इंटरनेट बंद, राज्यपाल धनखड़ ने शांति की अपील की

Renuka Sahu
11 Jun 2022 2:23 AM GMT
After the violence in Howrah, Section 144 imposed in many parts, internet closed till June 13, Governor Dhankhar appealed for peace
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फाइल फोटो 

भारतीय जनता पार्टी नेता नुपुर शर्मा और पार्टी से निष्कासित नेता नवीन जिंदल को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में शुक्रवार शाम को इंटरनेट सेवा रोक दी गई.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता नुपुर शर्मा और पार्टी से निष्कासित नेता नवीन जिंदल को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में शुक्रवार शाम को इंटरनेट सेवा रोक दी गई. आदेश में कहा गया है कि 13 जून सुबह छह बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा. हालांकि आदेश में कहा गया है कि वॉयस कॉल और एसएमएस सेवाएं जारी रहेंगी. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर चल रहे विरोध के बीच किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. वहीं शांति की अपील करते हुए, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर मुख्य सचिव से तत्काल अपडेट मांगा है. बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने पंचला बीजेपी पार्टी ऑफिस, उलुबेरिया जिला बीजेपी ऑफिस (BJP Office) और हावड़ा ग्रामीण जिला मुख्यालय मानसताला में आग लगा दी थी.

सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद
दरअसल शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता नुपुर शर्मा और पार्टी से निष्कासित नेता नवीन जिंदल के विरोध में पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भारी भीड़ जमा हो गई थी. हावड़ा के उलूबेरिया में कई जगहों पर सड़कों को जाम कर आगजनी की गई, जिसकी वजह से आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई. जिसके बाद विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हावड़ा जिले में 13 जून सुबह 6 बजे तक इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी गई है. वहीं गुरूवार को भी कोलकाता के पार्क सर्कस में भारी भीड़ जमा हो गई थी.
राज्यपाल ने मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट
वहीं राज्य में हिंसक प्रदर्शनों के देखते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शांति की अपील की. साथ ही राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपेक्षा है कि वह कानून का उल्लंघन करने वालों को कड़ी चेतावनी दें कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच, पंजाब में बर्खास्त नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक विरोध प्रदर्शन भी हुआ है. साथ ही शर्मा और जिंदल के खिलाफ दिल्ली और उत्तर प्रदेश से भी नाराजगी की खबरें हैं.
दिल्ली में भी प्रदर्शन
रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली की जामा मस्जिद में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसे बाद में पुलिस ने विरोध स्थल से प्रदर्शनकारियों को हटाने के बाद नियंत्रण में लाया गया. हालांकि दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम ने कहा कि मस्जिद की तरफ से किसी तरह के विरोध का कोई आह्वान नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि विरोध करने वाले कौन हैं, मुझे लगता है कि वे AIMIM के हैं या ओवैसी के लोग हैं. हमने स्पष्ट कर दिया कि अगर वह विरोध करना चाहते हैं, तो वे कर सकते हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे.
खाड़ी देशों ने भी दर्ज कराया विरोध
शुक्रवार की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों से नारेबाजी और पथराव सहित हिंसा की कई घटनाएं भी सामने आईं हैं. बता दें कि अल्पसंख्यकों और पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया था. कुछ खाड़ी देशों ने भी अपना विरोध दर्ज कराया है. हालांकि, भारत ने गुरुवार को कहा कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती है. साथ ही यह भी बताया गया कि टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
ओवैसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
वहीं दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दो एफआईआर दर्ज की थी, एक भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ और दूसरी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ. वहीं यति नरसिंहानंद सहित 31 लोगों के खिलाफ कथित तौर पर नफरत फैलाने के आरोप में भी मुकदमा दर्ज किया गया है. नामजद लोगों में दिल्ली बीजेपी मीडिया यूनिट के पूर्व प्रमुख नवीन कुमार जिंदल शामिल हैं.
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