उत्तराखंड

युवा न्याय संघर्ष समिति ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग रखी

Admin Delhi 1
23 Oct 2022 9:34 AM GMT
युवा न्याय संघर्ष समिति ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग रखी
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नैनीताल: अंकिता भंडारी हत्याकांड सीबीआई जांच वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग कर रहे युवा न्याय संघर्ष समिति के पदाधिकारी और सदस्य इस बार दीपावली नहीं मनाएंगे। समिति ने विरोध स्वरूप सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया। समिति ने बदरीनाथ धाम में प्रधानमंत्री को खून से लिखा पत्र सौंपने गए आंदोलनकारियों को सम्मानित भी किया। कोयलग्रांट तिराहे पर युवा न्याय संघर्ष समिति धरना प्रदर्शन 10वें दिन भी जारी रहा। समिति ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी का नाम उजागर करने और विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सहित अन्य लोगों पर कार्रवाई की मांग की। समिति की ओर से सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि संयोजक मंडल और सदस्य दीपावली नहीं मनाएंगे। राज्य आंदोलनकारी युद्धवीर सिंह चौहान ने कहा कि अंकिता भंडारी हमारी बेटी थी, हम उनके परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए और वीआईपी का नाम उजागर करना चाहिए। प्रमिला रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री को खून से लिखा गया ज्ञापन सौंपने के लिए हम ऋषिकेश से बद्रीनाथ की ओर गए रास्ते में कई जगह पुलिस ने हमें रोकने का काम किया गया, लेकिन हम बचते बचाते बद्रीनाथ धाम में पहुंच गए। वहां पर उन्हें गिरफ्तार कर पांडुकेशर लाया गया।

राज्य आंदोलनकारी विमला बहुगुणा ने कविता के माध्यम से इंद्रमणी बडोनी को याद किया। राजेंद्र गैरोला, बीना बहुगुणा, मदन सिंह राणा, सरोजिनी थपलियाल, रेणु नेगी ने विचार व्यक्त किये। इस दौरान कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, सुरेंद्र नेगी, प्रवीण जाटव, ऊषा चौहान, ध्यान सिंह असवाल, कांता प्रसाद कंडवाल, संगीता उनियाल, जया डोभाल, संजय सिल्सवाल आदि उपस्थित थे।

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