उत्तराखंड

बसानी नाले में बहा युवक, 20 घंटे बाद मिली लाश

Admin4
18 Sep 2022 6:14 PM GMT
बसानी नाले में बहा युवक, 20 घंटे बाद मिली लाश
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एक गलती और जान चली गई। दोस्तों के साथ घूमने निकला युवक बरसाती नाला पार करते वक्त बह गया। पूरी शाम और रात तलाश के बाद अगले दिन चले रेस्क्यू अभियान के बाद युवक का शव बरामद किया गया। शव करीब 20 घंटे बाद मिला। जिसके बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

छडायल नायक रोला कॉलोनी संगम विहार फेस फोर मुखानी निवासी पंकज थापा उर्फ कन्नू (27) पुत्र बिशन सिंह थापा डीजे का काम करता था और तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। मुखानी थानाध्यक्ष रमेश बोरा के मुताबिक पंकज बीते शनिवार को अपने दोस्त गौरव जोशी और नरेंद्र मौर्य के साथ घूमने निकला था। तीनों बसान गांव गए थे और लौटते वक्त उन्होंने अपनी बाइक बसानी नाले के किनारे खड़ी कर दी और खुद नाले के पार के गए। इस वक्त बरसात हो रही थी और तभी अचानक नाले में पानी का बहाव तेज हो गया।

चूंकि बाइक दूसरे छोर पर खड़ी थी तो दोस्तों का घर लौटना भी मुश्किल था। ऐसे में पंकज ने नाले के बहाव का पार करने का फैसला किया और दोस्तों से कहा कि वह बाइक लेकर आएगा। इस पर दोस्तों ने उसे बार-बार रोका, लेकिन वह नहीं माना। दोस्तों की बात को दरकिनार कर पंकज नाले को पार करने लगा और बीच नाले में पहुंच कर फंस गया।

नाले का पानी अचानक बढ़ कर पंकज के कमर तक पहुंच गया। पानी का वेग कुछ पल तक तो पंकज ने झेला, लेकिन चंद लम्हों बाद ही उसके कदम लड़खड़ा गए और वह तेज बहाव के साथ बह गया। यह देख दोस्तों के होश फाख्ता हो गए।

आनन-फानन में इसकी सूचना मुखानी पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंच कर सर्च अभियान शुरू किया। पंकज की तलाश में शाम से रात हो गई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।

रात अधिक होने की वजह से रेस्क्यू अगली सुबह फिर शुरू गया और करीब 20 घंटे बाद पंकज के शव को भाखड़ा नदी के शेरा खत्ता से बरामद कर लिया गया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

आखिरी वक्त तक की कदम जमाने की कोशिश

हल्द्वानी। चूंकि बहाव काफी तेज था और ऐसे में नाले को पार कर मौत को दावत देने के बराबर था। जिसके चलते नाले के पास लोग काफी संख्या में जमा हो चुके थे। दोस्तों के साथ लोगों ने पंकज को रोका था, लेकिन पंकज नहीं माना और अचानक बढ़े पानी ने उसके कदमों को रोक दिया, वह बहाव में फंस गया। जब अचानक पानी बढ़ कर पंकज के कमर तक पहुंचा तो उसके पैर उखड़ने लगे। वह लड़खड़ाया, संभला और फिर गिर गया। नाले के चबूतरे से गिरने से पहले उसने एक फिर खड़े होकर पैर जमाने की कोशिश की, लेकिन बहाव के सामने उसकी एक नहीं चली और वह बह गया।

दिन-रात तलाशते रहे घरवालों की मिली लाश

हल्द्वानी। पंकज के नाले में बह जाने की खबर के बाद पुलिस और एसडीआरएफ जी-जान से उसकी तलाश में जुट गए। नाले के बहाव और किनारों पर काफी दूर तक उसे तलाश किया गया, लेकिन घुप अंधेरा हो जाने के बाद पुलिस और एसडीआरएफ ने अगले दिन भोर से रेस्क्यू अभियान शुरू करने का फैसला लिया, लेकिन घरवाले बेचैन थे। बताया जाता है कि घरवालों के साथ कुछ और स्थानीय लोगों ने पंकज की तलाश जारी रखी, लेकिन उन्हें भी रात कामयाबी नहीं मिली। अगले दिन पौ फूटने से पहले ही परिजन एक फिर उसकी तलाश में जुट गए और अंतत: परिजनों को पंकज की लाश मिल गई।

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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