newscredit; amarujala
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 48 घंटे के भीतर मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश की संभावना gS( ऐसे में आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहने की जरूरत है।
उत्तराखंड में शुक्रवार देर रात से पहाड़ से लेकर मैदान तक हो रही बारिश ने परेशानी खड़ी कर दी है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गय है। नदी नाले भी उफान पर हैं। वहीं, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। इन सभी जिलों में ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ भारी से बहुत अधिक बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 48 घंटे के भीतर मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहने की जरूरत है।
फरासू में 12 घंटे अवरुद्ध रहा बदरीनाथ हाईवे, बछेलीखाल और सकनीधार में हुआ बंद
पहाड़ी से मलबा आने की वजह से फरासू हनुमान मंदिर के समीप ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे लगभग 12 घंटे अवरुद्ध रहा। राजमार्ग पर सुबह साढ़े नौ बजे बाद वाहनों की आवाजाही बहाल हुई। पुलिस ने इस दौरान वाहनों को श्रीनगर-खिर्सू मार्ग पर डायवर्ट किया था। वहीं, बछेलीखाल और सकनीधार में हाईवे फिर बंद हो गया।
श्रीनगर से करीब छह किलोमीटर आगे रुद्रप्रयाग की ओर फरासू हनुमान मंदिर में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र पुन: सक्रिय हो गया है। यहां लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग (पीडब्लूडी एचएच) खंड की ओर से ट्रीटमेंट करवाया गया है। इसके बावजूद पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं।
शुक्रवार रात लगभग आठ बजे फरासू में मलबा आने से यातायात बाधित हो गया था। सूचना पर श्रीनगर कोतवाली के एसएसआई संतोष पैथवाल और श्रीकोट चौकी इंचार्ज एलएस कुंवर मौके पर पहुंचे। मलबा हटाते हुए लगभग एक घंटे बाद पीडब्लूडी ने यातायात बहाल किया लेकिन रात लगभग 9:30 बजे पुन: मलबा आ गया। इसे देखते हुए पुलिस ने यातायात वैकल्पिक रूट पर डायवर्ट किया। सहायक अभियंता अखिलेश सैनी ने बताया कि सुबह करीब 9:30 बजे तक मलबा हटाकर मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया।
बारिश का कहर: नाले उफान पर आने से बदरीनाथ हाईवे बहा, 650 तीर्थयात्रियों को जगह-जगह रोका, तस्वीरें
ग्रामीणों ने जागकर काटी पूरी रात
नौगांव में रात भर हुई तेज बारिश से देवलसारी गदेरा उफान पर है। जिससे यमुनोत्री हाइवे पर आवाजाही नही हो पा रही है। यहां 108 वाहन सहित कई प्राइवेट वाहन दोनों और फंसे हैं। ड्यूटी करने जा रहे कई अध्यापकों सहित नगर क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ने जा रहे बच्चे भी फंसे हुए हैं, जो मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। खेतों से काम कर लौट रहे स्थानीय लोग सड़क खोलने में लगी जेसीबी मशीन की बकेट में बैठकर सड़क पार कर रहे हैं। जेसीबी मशीन जैसे ही मलबा साफ कर रही है पानी के बहाव के साथ दोबारा मलबा आ रहा है।
इसके साथ ही भूस्खलन और बोल्डर आने से प्रदेश में कुल 186 से ज्यादा सड़कें बंद हो गईं। वहीं लोक निर्माण विभाग शुक्रवार को 65 सड़कों को खोलने में जुटा रहा।
देर शाम जारी बुलेटिन के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले में कुंड के पास स्लिप और बोल्डर आने से एनएच-107 किमी 51 से 84 के बीच बाधित हो गया। हाईवे को खोलने का कार्य जारी है। नेशनल हाईवे को खोलने के लिए 89 जेसीबी मशीनों को लगाया गया है। वहीं कुल 280 जेसीबी मशीनें सड़कों को खोलने के काम में लगाई हैं। इसके अलावा 18 राज्य स्तरीय मार्ग, पांच मुख्य जिला मार्ग, सात अन्य जिला मार्ग, 70 ग्रामीण सड़कें और 85 पीएमजीएसवाई की बंद रहीं। शुक्रवार को 95 सड़कें बंद हुई जबकि 156 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं। 251 बंद सड़कों में 65 को खोल दिया गया था।
लामबगड़ में बदरीनाथ हाईवे फिर हुआ बंद
लामबगड़ नाला में पिछले 22 घंटे से अवरुद्ध पड़ा बदरीनाथ हाईवे सुचारु होने के चार घंटे बाद फिर बंद हो गया। इससे बदरीनाथ धाम की यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तीर्थयात्री पांडुकेश्वर और गोविंदघाट में हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।बदरीनाथ हाईवे पर खचड़ा नाला और लामबगड़ नाला बदरीनाथ धाम की सुचारु तीर्थयात्रा में बार-बार खलल पैदा कर रहे हैं। शुक्रवार को अपराह्न दो बजे लामबगड़ नाला आर खचड़ा नाले के उफान पर आने से यहां करीब 12 मीटर तक बदरीनाथ हाईवे बह गया था। लगातार बारिश के चलते सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की जेसीबी हाईवे को नहीं खोल पाईं। शनिवार को सुबह मौसम सामान्य होने पर लामबगड़ गदेरे में हाईवे को सुचारु करने का काम शुरू हुआ। दोपहर में करीब 12 बजे लामबगड़ गदेरे में पत्थरों का भरान करने के बाद वाहनों की आवाजाही शुरू कराई गई। इसके बाद करीब 1200 श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंचे, जबकि तकरीबन 600 तीर्थयात्री अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। अपराह्न चार बजे फिर से लामबगड़ नाला उफान पर आने से वाहनों की आवाजाही थम गई। बीआरओ की मशीनों ने हाईवे पर जहां पत्थरों का भरान किया था, वहां फिर से पानी भर गया।
बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि भारी बारिश के चलते हाईवे को सुचारु बनाए रखना मुश्किल बना हुआ है। हाईवे को सुचारु कर लिया गया था लेकिन फिर से बारिश होने पर लामबगड़ नाला उफान पर आ गया है। बारिश थमने पर देर रात तक हाईवे को सुचारु कर लिया जाएगा।
#WATCH उत्तराखंड: पौड़ी गढ़वाल में फरासू हनुमान मंदिर के पास पहाड़ियों से आ रहे मलबे और पत्थरों के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 58 बंद कर दिया गया। pic.twitter.com/uOu6I8EJUN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 30, 2022