उत्तराखंड

यमुनोत्री और गंगोत्री धाम को मिलेगा कायाकल्प का 'प्रसाद', 45 करोड़ की है योजना

Shantanu Roy
10 Nov 2021 9:50 AM GMT
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम को मिलेगा कायाकल्प का प्रसाद, 45 करोड़ की है योजना
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जल्द यमुनोत्री और गंगोत्री धाम का कायाकल्प होगा. प्रसाद योजना के तहत यमुनोत्री धाम के लिए 35 करोड़ की योजना तैयार की गई है, जिसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.

जनता से रिश्ता। जल्द यमुनोत्री और गंगोत्री धाम का कायाकल्प होगा. प्रसाद योजना के तहत यमुनोत्री धाम के लिए 35 करोड़ की योजना तैयार की गई है, जिसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. साथ ही जल्द ही यमुनोत्री धाम में इस योजना के तहत कायाकल्प के निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएंगे. इस योजना के तहत ब्रीडकुल कम्पनी को कार्यदायी संस्था बनाया गया है. यमुनोत्री विधायक केदार रावत ने बताया कि केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत जल्द दोनों धामों में कार्य शुरू हो जाएगा.वहीं गंगोत्री धाम में भी 10 करोड़ की योजना के तहत विकास कार्य सम्पन्न करवाए जाएंगे. यमुनोत्री विधायक केदार रावत ने कहा की पूर्व के वर्षों में आई आपदाओं के कारण धाम का जो स्वरूप बदल गया था, उसे अब एक वृहद और खूबसूरत रूप दिया जाएगा. जिला मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने कहा कि यमुनोत्री धाम में प्रसाद योजना के तहत करीब एक माह के भीतर कार्य शुरू हो जाएगा.

इस योजना के तहत मंदिर के परिसर सहित हनुमान मंदिर और स्नान कुंडों और धाम में स्थान की कमी को देखते हुए सुरक्षित प्रवेश और निकासी का उचित निर्माण किया जाएगा. जिसका मॉडल भी तैयार है. केदार रावत ने कहा कि वह आगामी 2022 का चुनाव लड़ेंगे. क्योंकि उन्होंने अपनी विधानसभा के बुनियादी सड़क-शिक्षा-स्वास्थ्य-बिजली-पानी की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया है. केदार रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान जाम से निजात पाने के लिए 4-4 करोड़ की लागत से बड़कोट और जानकीचट्टी में बड़ी पार्किंगों का निर्माण किया जा रहा है.
साथ ही पूरे प्रदेश में उनकी विधानसभा में सबसे अधिक 43 सड़कों को स्वीकृति मिली है. साथ ही अस्पतालों में भी डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाया गया है. रावत ने अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि चिन्यालीसौड़ में आर्क ब्रिज का निर्माण करवाया गया. वहीं केंद्र सरकार की मदद से यमुनोत्री-गंगोत्री के लिए 23 हजार करोड़ की लागत से रेलवे लाइन की डीपीआर भी तैयार हो चुकी है.


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