न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राजधानी की सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार जनता पर बोझ बढ़ा रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में राजभवन कूच किया। इस दौरान माहरा ने कहा कि कहा कि सरकार ने दूध, दही व आटे पर जीएसटी लगा दिया है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और महंगाई आसमान छू रही है।
सरकार की ओर से अग्निपथ योजना के जरिये युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। दूसरी ओर प्रदेश भाजपा ने कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ राजभवन कूच को रजनीति से प्रेरित करार दिया। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस जनता का उनके कारनामों से ध्यान हटाना चाहती है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही में ईडी ने कांग्रेस के अध्यक्ष और अन्य बड़े नेताओं से पूछताछ की है, जिससे कांग्रेस बौखला गई है।
अब वह सत्तारूढ़ भाजपा पर पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जांच एजेंसियों को सहयोग करना चाहिए, न कि आरोप प्रत्यारोप कर जांच से भागने का रास्ता चुनना चाहिए। चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा की राष्ट्र भक्ति और विचारधारा पर कहने से पहले कांग्रेस को अपने गिरेबान मे झांकने की जरूरत है।
रैली में शक्ति प्रदर्शन नहीं दिखा पाई कांग्रेस
एआईसीसी के आह्वान पर बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी जैसे मुद्दों पर कई दिनों से हल्ला बोल आंदोलन की तैयारी में जुटी कांग्रेस उम्मीद के अनुरूप रैली में शक्ति प्रदर्शन नहीं दिखा पाई। इससे कहीं न कहीं पूरा कार्यक्रम औपचारिकता भर नजर आया।
शुक्रवार को राजभवन घेराव के कार्यक्रम को पार्टी की ओर से जिस तरह से बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया जा रहा था, उसके मुताबिक पार्टी का प्रदर्शन फीका नजर आया। हालात यह रही की दस बजे निकलने वाला मार्च भीड़ नहीं जुट पाने के कारण करीब 12 बजे कांग्रेस भवन से निकला। पार्टी नेताओं की ओर से राजभवन घेराव कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तैयारियां की जा रही थीं। प्रदेशस्तर पर पदाधिकारियों को बकायदा पत्र भेजकर रैली को सफल बनाने के लिए तमाम दिशा-निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन पूरी कवायद के बाद कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी के रुतबे जैसा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रही।
जिनको टिकट मिला... वो लेकर आएं भीड़
विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज रैली में शामिल एक नेता ने कम भीड़ के सवाल पर कहा, जिनको पार्टी ने टिकट दिया, भीड़ लाना भी उनकी जिम्मेदारी है। हम क्या, हमेशा भीड़ लाने के लिए ही हैं।
अनुशासन की उड़ी धज्जियां
पार्टी की ओर से समय-समय पर कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है, लेकिन ऐन वक्त पर यह फेल हो जाता है। शुक्रवार को जिस समय पार्टी के वरिष्ठ नेता बैरिकेडिंग पर चढ़कर हल्ला बोल रहे थे, ठीक उसी समय पार्टी के छुटभैय्या नेताओं में पुलिस के कैदी वाहन में चढ़कर फोटो खिंचवाने की होड़ मची थी, जबकि इनमें से अधिकतर नेता गिरफ्तारी के वक्त खिसक लिए।
स्कूली बच्चों और माता-पिता की फिर हुई फजीहत
हाथीबड़कला में जिस वक्त पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर कांग्रेसियों को राजभवन जाने से रोक रखा था, दोपहर करीब डेढ़ बजे उसी समय बच्चों की स्कूल की छुट्टी का भी समय था। ऐसे में तमाम बच्चे और उनके माता-पिता परेशानी झेलते हुए मुश्किल से बैरिकेडिंग के दूसरी ओर आते-जाते नजर आए।