न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
बृहस्पतिवार को सभी रोडवेज बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा का मौका दिया जाएगा। गढ़वाल से कुमाऊं के बीच कुछ रास्ता उत्तर प्रदेश का भी आता है। इस रास्ते पर भी रोडवेज बसों से यात्रा करने पर कोई किराया नहीं लिया जाएगा।
उत्तराखंड में गढ़वाल से कुमाऊं के बीच सफर के दौरान यूपी की सड़कों पर भी रोडवेज बसों में बहनें निशुल्क यात्रा करेंगी। बृहस्पतिवार को रक्षाबंधन के मौके पर सरकार ने महिलाओं को साधारण रोडवेज बसों में निशुल्क बस यात्रा का तोहफा दिया है। परिवहन निगम के उप महाप्रबंधक तकनीकी मुकेश सिंह के मुताबिक, सरकार के निर्देशों के तहत बृहस्पतिवार को सभी रोडवेज बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा का मौका दिया जाएगा। गढ़वाल से कुमाऊं के बीच कुछ रास्ता उत्तर प्रदेश का भी आता है। उन्होंने बताया कि इस रास्ते पर भी रोडवेज बसों से यात्रा करने पर कोई किराया नहीं लिया जाएगा।
रक्षाबंधन पर बसें तैयार, बढ़ी भीड़
रक्षाबंधन के लिए परिवहन निगम ने बसें तैयार की हुई हैं। एक दिन पहले ही बसों में भीड़ बढ़ गई। करीब 80 प्रतिशत अधिक सवारियों ने बुधवार को रोडवेज बसों से सफर किया। परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि पूरे स्टाफ को अलर्ट मोड में रखा गया है।
रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर बस-ट्रेनों में रही भीड़
भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर ट्रेनों और बसों में यात्रियों की जबरदस्त भीड़ नजर आई। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर महिलाएं बसों और ट्रेनों का इंतजार करते दिखीं। बसों की मारामारी रही। देर शाम तक काफी भीड़ रही। निजी वाहनों से भी बहनें भाइयों के घरों के लिए रवाना हुईं।
परिवहन निगम ने रक्षाबंधन पर यात्रियों की अधिक आवाजाही को देखते हुए विभिन्न रूटों पर अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है। कई रूटों पर फेरे बढ़ाए गए हैं। महिलाओं के लिए त्योहार पर बसों में फ्री यात्रा है। रोडवेज बस अड्डे पर मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, बरेली, चंडीगढ़, रुद्रपुर और हल्द्वानी की ओर जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ रही। बस स्टैंड पर पहुंचते ही लोग बसों में सवार होने के लिए दौड़ते नजर आए।
स्टेशन पर बसें पहुंचते ही चंद मिनटों में सवारियां भरकर रवाना हुईं। इसके बाद भी कई यात्री सीट नहीं मिलने से दूसरी बसों का इंतजार करते रहे। देर शाम तक यही सिलसिला चलता रहा। वहीं, ट्रेनों में भी आम दिनों की तुलना में काफी अधिक भीड़ रही। अधिकतर रूटों की ट्रेनें फुल रहीं।