नैनीताल न्यूज़: ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन योजना के कार्यों की गति बेहद धीमी है. तीन साल बीतने के बाद भी लोगों को हर रोज पानी मिलना सपना बना हुआ है. हल्द्वानी ब्लॉक के जयपुर पाडली ग्राम पंचायत के 350 परिवार हर रोज पेयजल संकट झेलने को मजबूर हैं. सात कनेक्शन के बाद बाकी ग्रामीणों ने कनेक्शन लेने से इनकार कर दिया है. परियोजना लागू करने को विभाग दो हजार आबादी की परेशानियों का समाधान नहीं कर पाया.
जल जीवन मिशन का काम 2020 में हल्द्वानी के ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू हुआ था. पहले चरण में बिना आपूर्ति के कनेक्शन दे दिए गए. जिनमें आज तक पानी नहीं पहुंचा. ऐसे में घरों में लगाए कनेक्शन महज खानापूर्ति बनकर रह गए हैं. योजना के अनुसार मार्च 2024 तक विभाग ने सभी कामों को करना है. लोग लगातार पेयजल आपूर्ति बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन विभाग का केवल कनेक्शन देने पर जोर है.
गांव में सप्लाई लाइनें क्षतिग्रस्त
गांव में पेयजल सप्लाई लाइन दशकों पुरानी लाइन हैं. जिससे हर घर तक पानी नहीं पहुंच पाता है. ग्रामीणों के अनुसार विभाग से लगातार मांग के बाद भी लाइनों को बदलने की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ऐसी स्थिति में केवल घर में एक कनेक्शन देने भर से योजना को सफल कहना नाकाफी होगा.
ट्यूबवेल ठीक न होने से पेयजल का संकट
बद्रीपुरा व तल्ला लोहरियासाल में मौजूद ट्यूबवेल खराब होने के पांच दिन बाद भी ठीक नहीं हो पाए. इससे पानी की किल्लत बढ़ गई है. प्रभावित क्षेत्रों में जल संस्थान टैंकरों से पानी सप्लाई कर रहा है. पर लोगों को जरूरत के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है. लोग निजी टैंकर मंगाने को मजबूर हैं. जल संस्थान के अधिशासी अभियंता रमाशंकर लोशाली ने बताया ट्यूबवेल ठीक करने की कार्रवाई की जा रही है.