उत्तराखंड
बेकरी कार्यों व बिस्कुट बनाने में होगी उत्तम व पौष्टिक, वीपीकेएएस के वैज्ञानिकों ने विकसित की गेहूं की वीएल कुकीज किश्म
Gulabi Jagat
22 Nov 2022 8:33 AM GMT
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अल्मोड़ा,22 नवंबर 2022— विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान(VPKAS) ने गेंहू की नई किश्म विकसित की है।
वीएल कुकीज नाम की यह प्रजाति अपने नाम के अनुसार बेकरी के कार्यों में काफी लाभदायक होगी। देश में बेहतर प्रजाति में शामिल गेहूं की यह पहली प्रजाति होगी जिसे खासकर बेकरी के लिए विकिसित किया गया है।
यह वीएल गेहूं 2041 के नाम से है। इसे कुकीज नाम दिया गया है क्योंकि बिस्कुट बनाने में यह प्रजाति काफी उपयोगी मानी जारी है।
इससे बेकरी व्यवसाय में लगे लोगों को बेहतर विकल्प मिलेगा। और उन्हें बिस्कुट के आटे में किसी भी प्रकार के एडिशनल कैमिकल मिलाने की जरूरत भी नहीं रहेगी।
VPKAS संस्थान के निदेशक डा.लक्ष्मीकांत ने बताया कि इस विमोजित प्रजाति को वीएल कुकीज नाम उसकी गुणवत्ता और बिस्कुट के लिए लाभदायक गुणों के चलते दिया गया है। बेकर्स को इस प्रजाति से काफी लाभ होगा।
और बेकरी व्यवसाय से जुड़े लोगों को न केवल अच्छी गुणवत्ता का गेहूं मिलेगा वहीं इसमें किसी भी प्रकार के कैमिकल की मिलावट की जरूरत नहीं होने से लोगों को भी अच्छी और प्राकृतिक गुणवत्ता का बिस्कुट उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी।
इस प्रजाति को बिस्कुट बनाने के लिए देश भर में सबसे बेहत्तर प्रजाति माना जा रहा है।
Gulabi Jagat
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