उत्तराखंड

मुख्य सड़कों से बाहर होंगे विक्रम और ई-रिक्शा, शहर से बाहर विक्रम और ई-रिक्शा के लिए बनाए गए नौ उपकेंद्र

Admin Delhi 1
20 May 2023 9:17 AM GMT
मुख्य सड़कों से बाहर होंगे विक्रम और ई-रिक्शा, शहर से बाहर विक्रम और ई-रिक्शा के लिए बनाए गए नौ उपकेंद्र
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नैनीताल न्यूज़: विक्रम और ई-रिक्शा अब मुख्य शहर में नहीं चलेंगे. अर्बन मोबिलिटी प्लान के तहत इन्हें शहर से बाहर करने का खाका तैयार हो गया है. इनके संचालन के लिए शहर से बाहर नौ उपकेंद्र बनाए गए हैं. शहर में सिर्फ स्टेज कैरिज परमिट वाली बस, टैक्सी और मैजिक ही चलेंगे.

शहरभर में जाम की समस्या दूर कर यात्रियों को बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने के लिए अर्बन मोबिलिटी प्लान तैयार किया जा रहा है. ई-रिक्शा और विक्रम शहर में ट्रैफिक को बाधित कर रहे हैं. विक्रम वाहन प्रदूषण भी बढ़ा रहे हैं. इसलिए इनको मुख्य शहर से बाहर करने की तैयारी है. इसके लिए मुख्य सड़कों के दो कॉरिडोर बनाए गए हैं, जिसमें पहला कॉरिडोर आईएसबीटी से लेकर मंडी चौक, पटेलनगर, सहारनपुर चौक, रेलवे स्टेशन, प्रिंस चौक, तहसील चौक, घंटाघर, दिलराम चौक से लेकर कुठालगेट और दूसरा कॉरिडोर झाझरा, प्रेमनगर-बल्लूपुर, घंटाघर, सर्वेचौक, सहस्त्रत्त्धारा क्रॉसिंग-रायपुर है. इसके अलावा शहर की कुछ और मुख्य सड़कं, भी हैं, जिन पर विक्रम और ई-रिक्शा का संचालन बंद कराया जाएगा.

आरटीए ने भी दिया है वाहनों को बाहर करने का फैसला

परिवहन विभाग विक्रम वाहनों को शहर से बाहर करने की योजना पर लंबे समय से काम रहा है. पिछले साल नवंबर में हुई संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक में दस साल या इससे अधिक पुराने डीजल वाले ऑटो-विक्रम को 31 मार्च 2023 और बाकी बचे विक्रम-ऑटो को 31 दिसंबर 2023 तक सड़क से बाहर करने फैसला लिया गया था. लेकिन विक्रम और ऑटो यूनियनें इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट चली गई थीं, जिस पर कोर्ट ने स्टे दे दिया.

विक्रम और ई-रिक्शा के परमिट शहर से बाहर चलने के लिए दिए जाते हैं. अब इनको मुख्य शहर की सड़कों से बाहर किया जाएगा. इसके लिए विक्रम वाहन और ई रिक्शा संचालकों के साथ बैठक हो चुकी है. तक वह उपकेंद्र में कुछ संशोधन चाहते हैं तो सुझाव दे सकते हैं.

-सुनील शर्मा, आरटीओ (प्रशासन)

बाहरी इलाकों में बढ़ेगा सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट

ई-रिक्शा और विक्रम शहर से सटे बाहरी इलाकों में चलेंगे. कुछ साल पहले तक ये ग्रामीण क्षेत्र में थे. इन इलाकों में सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं सेवाएं सीमित हैं. जबकि यहां आबादी तेजी से बढ़ रही है.

छह हजार विक्रम और ई-रिक्शा होंगे बाहर

यह योजना धरातल पर उतरती है तो शहर से करीब छह हजार ई-रिक्शा और विक्रम बाहर होंगे, जिसमें 500 के करीब ई-रिक्शा हैं, बाकी विक्रम हैं. अफसरों के अनुसार, ई-रिक्शा कई बार जाम का कारण बन रहे हैं.

● जोन-7 बंगाली कोठी उपकेंद्र से मोथरोवाला, दून यूनिवर्सिटी, नवादा डिफेंस कॉलोनी पीछे वाला गेट, डिफेंस कॉलोनी वाया एमसीडी कॉलोनी मुख्य गेट तक.

● जोन-8 पथरीबाग टीएचडीसी कॉलोनी चौक उपकेंद्र से लक्कड़ मंडी, भंडारीबाग, लालपुल और कारगी चौक तक.

● जोन-9 तपोवन पॉलीटेक्निक चौक से रायपुर रोड, नालापानी, सहस्रधारा रोड और तपोवन तक.

200 विक्रम मैजिक में हो चुके परिवर्तित आरटीए के फैसले के बाद 200 विक्रम संचालकों ने अपने विक्रम का परमिट स्टेज कैरिज मैजिक में बदल दिया है. जिन लोगों ने मैजिक ले लिया, उनके मैजिक शहर में ही चलेंगे.

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