देहरादून: वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यानी यूटीयू ने अपनी सामाजिक एवं आर्थिक जिम्मेदारियों के महत्व को समझते हुए एडॉप्ट ए स्कूल योजना शुरू की है.
इसके तहत यूटीयू से संबद्ध सभी संस्थानों को कम से कम दो और अधिकतम पांच सरकारी स्कूल गोद लेने होंगे, जहां बच्चों को आईटी, साइंस, एआई जैसे विषयों को लेकर शुरुआत से पढ़ाया जाएगा. कुलपति डॉ. ओंकार सिंह ने बताया कि हर संस्थान प्राइमरी और माध्यमिक स्कूल को चयनित कर गोद लेंगे, जहां अवकाश के दिनों में छात्रों को जागरूक किया जाएगा. उन्होंने बताया कि भावी पीढ़ी में वैज्ञानिक चिंतन, उच्च शिक्षा में बेहतर संभावनाओं की तलाश, सूचना प्रौद्योगिकी एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव, कम्प्यूटर ज्ञान, स्वास्थ्य के साथ कानूनी जानकारी दी जाएगी.
तीन सौ और परिवार होंगे बेदखल
आईडीपीएल ऋषिकेश में वन भूमि पर बसे तीन सौ और परिवारों को को वन विभाग ने बेदखली के नोटिस जारी कर दिए. भी 315 मकानों से बेदखली के आदेश जारी किए थे. ऐसे में छह सौ से ज्यादा लोगों को नोटिस जारी करने का यह प्रदेश में पहला वाकया है. इसके अलावा अब तक करीब पांच सौ एकड़ से ज्यादा वन भूमि खाली कराकर भी वन विभाग ने यह अनोखा रिकॉर्ड बनाया है. चार दिन में करीब 18 सौ लोगों की जनसुनवाई भी अपने आप में रिकॉर्ड है. डीएफओ दून नितीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि 18 सौ में से छह सौ लोग खुद ही मकान खाली कर चुके हैं. जबकि, सवा छह सौ को बेदखल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके अलावा करीब साढ़े पांच सौ लोगों की सुनवाई हो चुकी है और उनको नोटिस दिए जाने हैं. इनके वहां से हटते ही करीब सवा दौ सौ एकड़ वन भूमि वन विभाग के पास आ जाएगी.