उत्तराखंड
उत्तराखण्ड की करूणा पांडेय सीरियल पुष्पा इंपॉसिबल में छा गई
Gulabi Jagat
13 Aug 2023 4:07 PM GMT
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उत्तराखण्ड न्यूज
उत्तराखण्ड की बेटियां आज अपनी प्रतिभा के दम पर चारों ओर छाई हुई है। शिक्षा के क्षेत्र से लेकर खेल के मैदान तक, गीत-संगीत की दुनिया से लेकर नृत्य के रंगमंच तक, यहां तक में कि छोटे पर्दे के टेलीविजन धारावाहिकों से लेकर फिल्मों के पर्दे तक अपना लोहा मनवा रही है। आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां देवभूमि उत्तराखण्ड की बेटियों ने अपनी काबिलियत के दम पर सफलता हासिल न की हो। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जो इन दिनों सोनी सब टीवी पर प्रसारित हो रहे धारावाहिक पुष्पा इंपाशिबल में अभिनय कर दर्शकों के दिलों पर कब्जा कर लिया है। हम बात कर रहे हैं करूणा पांडेय की। जो पुष्पा इम्पॉसिबल में पुष्पा का किरदार निभा रही हैं। टीवी और हिंदी सिनेमा की दुनिया में करीब दो दशक से सक्रिय करुणा इस शो में आत्मनिर्भर और जिम्मेदार मां का किरदार निभा रही हैं।
बता दें, करूणा पांडेय का जन्म 4 सितम्बर 1980 को देहरादून में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म से की थी। ये फिल्म राजश्री प्रोडक्शन की थी, लेकिन फिल्म बड़े पर्दे रिलीज न हो सकी। फिर उन्होंने राजपाल यादव के साथ नाटक किया। इसके बाद वह टीवी सीरियल्स की ओर मुड़ गई। राजश्री प्रोडक्शन फिल्म ने उनका टैलेंट पहचाना और धारावाहिक ‘वो रहने वाली महलों का ऑफर दिया। दमदार एक्टिंग के वजह से उन्हें लगातार पांच धारावाहिकों में काम मिला और करूणा पहचान बनाने में कामयाब रही। इसी का परिणाम है कि बीते वर्ष उन्हें लोकप्रिय टीवी चैनल सोनी सब पर प्रसारित होने जा रहे धारावाहिक पुष्पा इंपाशिबल के लिए चयनित किया गया। यहां उन्होंने अपनी ऐसी अमिट छाप छोड़ी कि फिर कभी पीछे मुड़कर देखने का मौका ही नहीं मिला।
करूणा का लक्ष्य अभिनय करना हैं, वो कहती हैं कि टीवी सीरियल मिले या वेब सीरीज और फिल्म वो हर चुनौती के लिए तैयार है। करूणा ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंडियन थियेटर परफोर्मिंग आर्ट से एमए किया। इसके बाद उनका चयन एनएसडी एवं श्रीराम सेंटर की रेपेट्री में हुआ, जहां करूणा ने अभिनय की बारीकियां सीखीं। इसके बाद वो मुंबई चली गई और अब अपने अभिनय के वजह से पूरा भारत उन्हें जानता है। करूणा के पिता पी सी पांडे भारतीय सेना का हिस्सा थे। ऐसे में ड्यूटी के लिए उनकी तैनाती बदलती रहती थी। करूणा को अंबाला, शिलांग, आगरा, चेन्नई, जम्मू, इलाहाबाद, जैसे अनेक शहरों में रहना का मौका मिला। अलग-अलग शहरों रहने की वजह से करूणा को कई राज्यों की सभ्यता एवं संस्कृति जानने का मौका मिला। यही वजह है कि वो अपने आप को किसी भी अभिनय में ढल लेती हैं। करूणा ने अपने एक्टिंग के सपने को नहीं छोड़ा और इसी वजह से वो कामयाब हुई है। उत्तराखण्ड के युवाओं को करूणा की कहानी जरूर प्रेरित करेगी।
उत्तराखण्ड में बसी है आत्मा
वह कहती हैं कि उत्तराखण्ड में उनकी आत्मा बसी है। उनकी दिली तमन्ना है कि वह अपनी जन्मभूमि में आकर बसें। उन्हें यहां का खानपान, मौसम, सरल जीवन बेहद पसंद है। वह कहती हैं कि उनका लक्ष्य सिर्फ अभिनय करना है। चाहे फिल्म हो, वेबसीरिज हो, टेलीविजन हो या थिएटर जहां भी अच्छा काम मिलता है, वह खुशी खुशी करती हैं। वह खुद को हमेशा बेहतर कलाकार के रुप में काम करते देखना चाहती हैं।
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