उत्तराखंड

उत्तराखंड की बेटी तुर्की भूकंप आपदा के बाद कर रही इंसानियत की मिसाल पेश

Gulabi Jagat
12 Feb 2023 2:21 PM GMT
उत्तराखंड की बेटी तुर्की भूकंप आपदा के बाद कर रही इंसानियत की मिसाल पेश
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उत्तराखंड न्यूज
बीते 6 फरवरी को तुर्की में 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप से विश्व में शोक की लहर छाई हुई है। इस प्राकृतिक आपदा ने जहां एक ओर 28 हजार से अधिक लोगों को काल का ग्रास बना दिया वहीं हजारों लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। जिसे देखते हुए तुर्की और सीरिया को सहायता प्रदान करने के लिए भारत ने 'ऑपरेशन दोस्त' शुरू किया। ऑपरेशन दोस्त के तहत 50वीं पैरा ब्रिगेड (स्वतंत्र), सात पैरा फील्ड के अधिकारी और जवान राहत-बचाव कार्य में लगे हुए हैं। यह घायलों की हर तरीके से मदद कर रहे हैं। इस टीम में एंबुलेंस अफसर मेजर बीना तिवारी भी शामिल हैं। जो कि देहरादून के राघव विहार की रहने वाली हैं। वो अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं, जो कि सेना में सेवा दे रही है। इस ऑपरेशन में मेजर डॉ. बीना तिवारी की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुईं है, जिनमें वो एक भूकंप पीड़ित महिला को गले लगाती नजर आईं है। वहीं, दूसरी फोटो में बीना एक बच्ची को चेक कर रही है। यह दोनों फोटो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। जिन्‍हें दुनियाभर में प्रशंसा मिल रही है। मेजर डॉ. बीना तिवारी न सिर्फ आपदा पीड़ितों का इलाज कर रही हैं, बल्कि उन्हें जिंदगी जीने का हौसला भी दे रही हैं।
बता दें, डॉ. बीना तिवारी के दादा खिलानंद तिवारी कुमाऊं रेजिमेंट में सूबेदार और पिता सूबेदार मेजर मोहन चंद्र तिवारी 16 कुमाऊं रेजिमेंट का हिस्सा रह चुके हैं। 16 पैराफील्ड रेजिमेंट के हॉस्पिटल की मेजर डॉ. बीना तिवारी ने दिल्ली के आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से एमबीबीएस किया है। उनके पिता मोहन चंद्र तिवारी ने बताया कि बिना ने दसवीं तक की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल क्लेमेंटटाउन से की है। मोहन तिवारी मूल रूप से चंपावत लोहाघाट के सुई खेस कांडे गांव के निवासी हैं। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि बेटी बीना मानवता की सेवा कर रही हैं।
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