उत्तराखंड

उत्तराखंड: बाघ के शिकार बने युवक का केवल हाथ मिला

Kajal Dubey
18 July 2022 10:36 AM GMT
उत्तराखंड: बाघ के शिकार बने युवक का केवल हाथ मिला
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रामनगर (नैनीताल)। बाघ के हमले की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार सुबह नेशनल हाइवे जाम कर दिया। इससे वाहन चालकों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वन विभाग की कई टीमों की ओर से चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान बाघ के हमले के शिकार युवक के दो अधखाए हाथ बरामद हो गए। युवक के शरीर के शेष भाग का पता नहीं चल सका है। युवक के परिजन भी हसनपुर (अमरोहा) से रामनगर पहुंच गए। आशंका जताई जा रही है कि बाघ ने युवक को निवाला बना लिया होगा।
शनिवार रात अमरोहा निवासी अफसरुल अपने दोस्त अनस के साथ नैनीताल, अल्मोड़ा घूमने के बाद बाइक से अमरोहा की ओर लौट रहा था। नेशनल हाईवे पर मोहान इंटर कॉलेज के पास बाघ ने बाइक सवारों पर हमला कर दिया। बाइक पर पीछे बैठे अफसरुल को बाघ घसीटकर कोसी रेंज के घने जंगल में ले गया था। घटना का पता चलते ही वन विभाग ने सर्च अभियान चलाया। अंधेरे की वजह से कोई सफलता नहीं मिली थी।
रविवार सुबह युवक की खोज में फिर सर्च अभियान चलाया गया। टीम को लापता अफसरुल के दो हाथ घटनास्थल से करीब 300 मीटर अंदर नदी की ओर से बरामद हुए हैं। क्षेत्र में बाघों के हमले बढ़ने से स्थानीय ग्रामीण दहशत में हैं। सर्च अभियान के दौरान ग्रामीणों ने वनकर्मियों का घेराव कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि लगातार इस क्षेत्र में बाघों का मूवमेंट है और कई बार वनकर्मियों को सूचना दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
दो किलोमीटर तक लगी वाहनों की कतार
बाघ के हमले के बाद मोहान के लोगों ने रविवार सुबह हाइवे पर जाम लगा दिया। ग्रामीण हमलावर बाघ को पकड़ने की मांग कर रहे थे। बाघ के हमले के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित ग्रामीण कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन और रामनगर वन प्रभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने करीब एक घंटे तक हाईवे जाम कर दिया। इससे सड़क के दोनों ओर दो किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया ग्रामीणों ने करीब एक घंटे तक जाम लगाया। बाद में वन विभाग के अधिकारियों के आश्वासन पर वह मान गए और यातायात सुचारु हो गया।
जाम में फंसे पूर्व सीएम रावत, मुख्यमंत्री से फोन पर की बात
अल्मोड़ा से रामनगर की ओर आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी जाम में फंस गए। उन्होंने सड़क पर बैठे ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने बाघ के लगातार बढ़ते हमले के बावजूद विभाग की ओर से किसी तरह की सुरक्षा नहीं देने की शिकायत की। इस दौरान पूर्व सीएम भी ग्रामीणों के साथ सड़क पर बैठ गए। पूर्व सीएम हरीश रावत ने वरिष्ठ अधिकारियों को फोन कर बाघ को जल्द पकड़ने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर वार्ता कर ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने को कहा।
अकेले जंगल नहीं जाएं ग्रामीण: रेंजर
रामनगर वन प्रभाग कोसी रेंज के रेंजर शेखर तिवारी ने बताया कि उन्होंने ग्रामीणों से जंगल में अकेले नहीं जाने के साथ सतर्क रहने को कहा है। हिदायत दी गई कि बाइक सवार रात के समय हाईवे पर नहीं निकलें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तीन बाघ घूम रहे हैं और उन्हें पकड़ने में टीम जुटी हुई है।
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