उत्तराखंड

उत्तराखंड न्यूज: पहले ही कर चुके थे देहदान, सेवानिवृत‌ सीडीओ तिवारी का पार्थिव शरीर मेडिकल कालेज अल्मोड़ा को सौंपा

Gulabi Jagat
17 Nov 2022 8:26 AM GMT
उत्तराखंड न्यूज: पहले ही कर चुके थे देहदान, सेवानिवृत‌ सीडीओ तिवारी का पार्थिव शरीर मेडिकल कालेज अल्मोड़ा को सौंपा
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उत्तराखंड न्यूज
चौखुटिया/अल्मोड़ा, 17 नवंबर 2022- चौखुटिया नगर के दिगौत वार्ड निवासी सेवानिवृत्त सीडीओ जुगल किशोर तिवारी(72) का आकास्मिक निधन हो गया है । उनकी इच्छा के अनुसार उनकी देह को मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा को सौंपा गया।
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज प्रशासन से मिली जानकारी अनुसार बुधवार को कॉलेज की टीम एंबुलेंस से उनके पार्थिक शरीर को लेने चौखुटिया पहुंची थी। क्षेत्र वासियों ने उन्हें एंबुलेंस के सुपुर्द कर अंतिम विदाई दी।
बताते चलें कि नगर पंचायत के दिगौत वार्ड निवासी सेवानिवृत्त मुख्य विकास अधिकारी जुगल किशोर तिवारी मंगलवार को टैक्सी स्टैंड के निकट वाहन से उतरते समय गिर पड़े थे l सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद सामान्य होने पर उन्हें घर लाया गया, तबीयत पुन: बिगड़ने पर उन्हें 108 एम्बुलेंस से सीएचसी चौखुटिया लाया गया प्राथमिक उपचार के बाद रानीखेत ले जाया जा रहा था तभी उन्होंने द्वाराहाट के निकट दम तोड़ दिया ।
स्वर्गीय श्री तिवारी पहले ही अपनी देहदान की घोषणा करने के साथ ही इस आशय का शपथ पत्र भी दे चुके थे। उनकी इच्छा थी की उनका शरीर मरोणोपरांत भी मेडिकल के छात्रों और अन्य जरूतरमंद लोगों के काम आए।
उनकी इच्छा के अनुसार परिजनों ने उनके पार्थिव शरीर को मेडिकल कालेज अल्मोड़ा से आई टीम को सौंपा। इस दौरान रोते विलखते परिजनों, दिगौत वार्ड के लोगों तथा तमाम क्षेत्रवासियों ने उनके पार्थिव शरीर को एंबुलेंस तक पहुंचाकर उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान हर किसी की आंखे नम थी जबकि परिजनों की आंखों से अश्रुधार बहती रही l
वे अपने पीछे पत्नी हंसी तिवारी, विवाहित पुत्र नीरज व किशोर तिवारी, विवाहित पुत्रियां बबीता भट्ट व विनीता पंत सहित नाते पोतों व तीन विवाहित बहिनों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं।
स्वर्गीय तिवारी जीआईसी चौखुटिया में प्रवक्ता व प्रधानाचार्य के पद पर भी रहे बाद में बीडीओ, डीडीओ से लेकर सीडीओ तक पहुंचने के बाद सेवानिवृत्त हुए।
स्व. जुगल किशोर तिवारी का प्रतिकात्मक अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को विधि विधान से अगनेरी शमशान घाट पर होगा। तेरह दिन तक होने वाले अन्य क्रिया कर्म भी उसी तरह से होंगे। शव को मेडिकल टीम को सौंपने से पहले नहलाया गया व पिंडदान किया गया।
(वरिष्ठ पत्रकार हेम कांडपाल की फेसबुक पोस्ट से साभार )
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