उत्तराखंड

मुस्लिम लोग 15 दिन के अंदर खाली करें दुकानें

HARRY
17 Jun 2023 3:12 PM GMT
मुस्लिम लोग 15 दिन के अंदर खाली करें दुकानें
x

उत्तराखंड | उत्तरकाशी पुरोला के बाद अब नैनीताल जिले में सांप्रदायिक टेंशन कम होने का नाम नहींं ले रही है। मुस्लिम समाज के लोगों की जबरन दुकानें बंद करवा दीं गईं। लोगों के विरोध के बीच भारी पुलिस बल तैनात कर शांति व्यवस्था बनाई गई। यही नहीं, प्रदर्शनकारियो ने मुसलमानों को 15 दिन के अंदर दुकान खाली करने की चेतावनी दे डाली।

विदित हो कि विगत दिनों गाय के साथ अननेचुरल सेक्स करते हुए लोगों ने एक युवक को पकड़ लिया था। युवक के इस घिनौनी हरकत के बाद हल्द्वानी और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल बन गया था। पशु क्रूरता के विरोध में शुक्रवार को कमलुवागांजा क्षेत्र में समुदाय विशेष की दुकानें जबरन बंद करा दीं। युवक की पहचान हाफिज उम्र 25 के रूप में हुई थी।

हंगामा कर रहे लोगों ने दुकानों के आगे लगे पोस्टर-बोर्ड भी फाड़ दिए। सूचना पर पहुंचे मुखानी थाना एसओ से भी इन लोगों की खूब नोकझोंक हुई। इसके बाद तीन थानों की पुलिस पहुंच गई। हालांकि हंगामा देख ज्यादातर लोग पहले ही दुकान बंदकर चले गए थे। शुक्रवार को कठघरिया स्थित एक बैंक्वेट हॉल में भाजयुमो प्रदेश मंत्री विपिन पांडेय ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कराया था।

इसके बाद पाठ में शामिल लोग कमलुवागांजा चौराहा पहुंचे और विशेष समुदाय की दुकानें बंद करानी शुरू कर दीं। कठघरिया से दुकानें बंद कराते हुए निकले। यहां बुधवार को घटना वाले दिन दुकानें बंद कराने के दौरान अपने किरायेदारों के समर्थन में आने वाले व्यक्ति के साथ शुक्रवार को दोबारा नोकझोंक हो गई।

हंगामा होने पर भवन में दुकान पर बैठे समुदाय विशेष के लोग भाग खड़े हुए। सूचना पर मुखानी थानाध्यक्ष रमेश बोहरा पहुंच गए। पुलिस ने युवकों को दुकानें बंद कराने से रोका तो वह पुलिस से भी भिड़ गए। बाद में युवक 15 दिन दुकानें खाली करने की चेतावनी देकर चले गए।

काफी देर चला हंगामा

कमलुवागांजा चौराहे पर करीब 3 घंटे तक हंगामा चलता रहा। मुखानी क्षेत्र में जहां-जहां तक इस बात की सूचना मिली, समुदाय विशेष के लोग दुकानें बंद कर घर को चले गए। बताया जा रहा है कि यहां पर काम करने वाले बाहरी राज्यों के मजदूर एक दिन पहले ही घर को निकल चुके हैं।

एसओ ने चेताया तो भड़की भीड़

शुक्रवार को प्रदर्शन व हंगामा कर रहे लोगों को एसओ ने कानून हाथ में लेने पर चेताया तो पुलिस खिलाफ ही नारेबाजी करने लगे। कुछ लोग तो एसओ तक को हटाने की मांग करने लगे थे। मामला यहीं शांत नहीं हुआ, जब तक एसओ उन्हें घटना स्थल पर दिखाई दिए हर कोई ताने मारते हुए दिखाई दिए। बाद में एसओ दुकानदारों की सुरक्षा के लिए उनके कमरे में करीब दो घंटे तक बैठे रहे। भीड़ के छंटने के बाद दुकानदारों को एसओ वनभूलपुरा सुरक्षा के साथ थाने तक ले गए, यहां से वह अपने परिजनों के साथ चले गए।

Next Story