उत्तराखंड

उत्तराखंड: तेज रफ्तार निजी बस ने रेलवे फाटक तोड़ा, लगा जाम

Kajal Dubey
4 July 2022 10:05 AM GMT
उत्तराखंड: तेज रफ्तार निजी बस ने रेलवे फाटक तोड़ा, लगा जाम
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काशीपुर। अनियंत्रित तेज रफ्तार बस ने देर शाम चीमा चौराहे पर बंद हो रहे रेलवे फाटक पर जोरदार टक्कर मार कर फाटक क्षतिग्रस्त कर दिया। बस की टक्कर से क्षतिग्रस्त हुए फाटक को विभाग के कर्मचारियों ने सही किया। इस दौरान फाटक के दोनों ओर लगभग डेढ़ घंटे से अधिक समय तक जाम की स्थिति बनी रही। उधर, रामनगर से आगरा और काशीपुर से मुरादाबाद जाने वाली ट्रेनें लगभग पांच-पांच मिनट विलंब से छूटीं।
रविवार देर शाम लगभग 17.40 बजे रामनगर से हल्द्वानी वाया कासगंज जाने वाली सवारी रेलगाड़ी संख्या 05410 को पास करने के लिए चीमा चौराहा स्थित रेलवे क्रांसिंग संख्या 42 स्पेशल को गेटमैन बंद कर रहा था। इसी दौरान चीमा चौराहा की ओर से आ रही निजी बस (यूके18 पीए-0347) के चालक ने बंद हो रहे रेलवे क्रासिंग पर तेज रफ्तार से बस चलाते हुए टक्कर मार दी जिससे फाटक क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही इस दौरान वहां से कोई गुजर नहीं रहा था जिससे बड़ा हादसा बचा गया। उधर आनन-फानन आ रही रेलगाड़ी को रास्ते में रोका गया। लगभग पांच मिनट बाद अस्थायी फाटक बंद करके ट्रेन को वहां से गुजारा गया।
सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी रनदीप कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और घटनाक्रम की जानकारी जुटाई। बताया कि जांच में पाया गया कि घटना के लिए बस चालक जिम्मेदार है जो बस को मौके पर छोड़कर फरार हो गया। बताया कि घटना में 160 (2) रेल अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उधर, स्टेशन अधीक्षक जीपी कश्मीरा ने बताया कि गेट संख्या 42 स्पेशल क्षतिग्रस्त होने से दो सवारी गाड़ी लगभग पांच-पांच मिनट विलंब से अपने गंतव्य को रवाना हो सकीं। बताया रामनगर से लालकुआं जाने वाली ट्रेन संख्या 05410 का काशीपुर जंक्शन पर काशीपुर-मुरादाबाद के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या 05354 से क्रांसिंग होता है। हादसे के चलते ट्रेन संख्या 05410 देर से स्टेशन पहुंची जिसके चलते ट्रेन संख्या 05354 भी पांच मिनट देरी से गंतव्य को रवाना हो सकी।
कोट
रेलवे फाटक पर बैठा गार्ड नशे में था। संभव है कि मेरे चालक की भी गलती रही हो लेकिन गार्ड का नशे में होना बहुत बड़ी लापरवाही है। हमारी रेल विभाग के अधिकारियों से वार्ता चल रही है। बस को खड़ा करा दिया गया है। आगे जो भी कार्रवाई होगी उसे स्वीकार किया जाएगा। - प्रवीण दीक्षित, संचालक दीक्षित बस सर्विस।
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